बागी तृणमूल कांग्रेस के बागी विधायक शुधेंदु अधिकारी का इस्तीफा ममता बनर्जी के लिए एक बड़ा झटका है. चुनाव से ठीक पहले ऐसा होना उनके खेमे की कमियों को उभारती हैं. अपने खेमे को एकजुट रखने में उनकी नाकामी भाजपा के कैंपेन को ही मजबूत करेगी. बनर्जी को आत्मविश्लेषण करना चाहिए कि क्यों उनके खास लोग उनसे मुंह मोड़ रहे हैं.
प्रणब मुखर्जी के संस्मरण पर पारिवारिक विवाद ठीक नहीं, उनकी व्याख्याओं को भारत जानना चाहता है
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संस्मरण पर परिवार में मचा विवाद बचकाना नज़र आता है. मुखर्जी एक दक्ष और बुद्धिमान राजनेता थे. उनकी राजनीतिक अभिव्यक्ति और मतों पर विवाद नहीं होना चाहिए और न ही वो सेंसर होना चाहिए, यहां तक कि परिवार के सदस्यों के द्वारा भी. यूपीए शासन के दौरान की कई घटनाओं के बारे में मुखर्जी की व्याख्या को भारत जानना चाहता है.
तबलीगी जमात मामले में 36 विदेशियों का बरी होना दिखाता है कि एक समुदाय को निशाना बनाए जाने से रोकना चाहिए
कोविड को लेकर तबलीगी जमात के कार्यक्रम के दौरान गंभीरता न दिखाने के आरोपी 39 विदेशियों का बरी होना, ये दिखाता है कि एक समुदाय को किस तरह निशाना बनाया गया. महामारी के दौरान सभी तरह की धार्मिक जमावट खतरनाक है लेकिन चुनकर किसी एक समुदाय को निशाना बनाया जाना सार्वजनिक तौर पर ठीक नहीं और इससे सांप्रदायिक दरार पैदा होती है.