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Monday, 18 November, 2024
होमदेशUP के फतेहपुर में दो चैनल के पत्रकारों पर FIR, दो बहनों की मौत से संबंधित मामले में किए थे ट्वीट

UP के फतेहपुर में दो चैनल के पत्रकारों पर FIR, दो बहनों की मौत से संबंधित मामले में किए थे ट्वीट

बीते सोमवार फतेहपुर के असोथर थाने के एक गांव में दो सगी बहनों का शव तालाब में मिला था जिसके बाद परिजनों ने रेप के बाद मर्डर का शक जताया था.

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में दो निजी चैनलों के पत्रकारों पर पुलिस ने खबर को तोड़ मरोड़कर गलत तरीके से पेश करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है. दरअसल बीते सोमवार फतेहपुर के असोथर थाने के एक गांव में दो सगी बहनों का शव तालाब में मिला था जिसके बाद परिजनों ने रेप के बाद मर्डर का शक जताया था. इसके बाद स्थानीय मीडिया ने भी मर्डर व रेप की शंका जताई थी जिसे पुलिस ने पूरी तरह से खारिज कर दिया और दो चैनलों के पत्रकारों पर एफआईआर दर्ज कर ली.

इस मामले में पुलिस ने जिले के असोथर थाना क्षेत्र में एफआईआर दर्ज की है. एफआईआर में कहा गया है कि भारत समाचार चैनल के मीडियाकर्मी व धारा सिंह यादव मीडियाकर्मी द्वारा फर्जी तरीके से इस खबर को दिखाया गया. दोनों नाबालिग लड़कियों की मौत सिंघाड़ा तोड़ते वक्त तालाब में गिरने से हुई है. जबकि इन मीडियाकर्मियों ने ट्विटर पर लड़की की हाथ-पैर बांधकर बलात्कार व आंखे फूंटे होने की बात लिखी थी जिससे दलित समाज व जनता के बीच वैमनस्यता फैल सकती है.

एफआईआर की कॉपी

बता दें कि मामले को तूल पकड़ता देखे पुलिस ने मंगलवार को दो बच्चियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था जिसकी रिपोर्ट में रेप और हत्या का मामला नहीं आया है. वहीं फतेहपुर जिले के एसपी प्रशांत वर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों बच्चियों की मौत पानी में डूबने से हुई है. रेप और हत्या की पुष्टि नहीं हुई है. आंखें फोड़ने और हाथ-पैर बंधे होने की बात केवल अफवाह थी.

क्या है पूरा मामला

दरअसल बीते सोमवार फतेहपुर के छिछनी गांव में रहने वाली दो बहनें खेत गई थीं लेकिन काफी समय तक घर नहीं लौटीं तो परिजनों ने दोनों की तलाश शुरू की. काफी देर तक सूचना न मिलने पर वे परेशान हो गए. शाम को कुछ ग्रामीणों ने तालाब में दो शव देखे तो घर वालों को सूचना दी जिसके बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई.

दोनों में एक लड़की के चोट के निशान भी दिखे जिसके बाद परिजनों को रेप व मर्डर की आशंका हुई. मंगलवार को पुलिस ने दोनों का पोस्टमॉर्टम कराया तो मौत का कारण डूबना बताया गया वहीं रेप की पुष्टि भी नहीं हुई. इसके बाद बुधवार को दो चैनलों के पत्रकारों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई.


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विपक्ष ने उठाए सवाल

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू ने इस मामले में बयान जारी कर कहा, ‘भारत समाचार और न्यूज18 पर फतेहपुर की घटना पर मां का बयान चलाने पर मुकदमा कर दिया गया. सच दिखाने-बोलने वालों पर मुकदमा सरकार की नीति बन गई है. गृह मंत्री अमित शाह को बताना चाहिए कि यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है या राष्ट्रवाद? लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या है या कथित रामराज्य?

वहीं समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में अभिव्यक्ति की आजादी वाली बयार अभी सरकार के अनुसार और अनुमति से ही बह रही है, फतेहपुर में दो बहनों का शव मिलने पर पीड़िता की मां का बयान दिखाने की पर भारत समाचार और न्यूज 18 पर मुकदमा क्यों? खबर थी और दिखाई भी सबने थी, ‘अहंकार या अराजकता’.


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