नई दिल्ली: दिल्ली में कोविड की स्थिति को लेकर गृहमंत्री अमित शाह की बैठक बाद गृह मंत्रालय एक्शन मोड में आ गया है. बुधवार को गृह मंत्रालय की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक इसमें अलग-अलग संस्थानों को कोविड टेस्ट की क्षमता बढ़ाने, अस्पतालों को विस्तरों की संख्या बढ़ाने जैसे उपाय करने को कहा गया है.
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में रविवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिए गए 12 फैसलों को लागू करने के क्रम में यह कदम उठाया गया है.
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 ड्यूटी के लिए अर्द्धसैनिक बलों के 45 डॉक्टर और 160 चिकित्साकर्मी दिल्ली पहुंच चुके हैं, वहीं भारतीय रेल राष्ट्रीय राजधानी को 800 बिस्तरों वाले कोच उपलब्ध कराएगा.
अधिकारियों ने बताया कि बाकी डॉक्टर और चिकित्साकर्मी अगले कुछ दिनों में दिल्ली आ जाएंगे.
गृह मंत्रालय के अनुसार एम्स, दिल्ली सहित 5 RT-PCR प्रयोगशालाओं ने पहले ही चौबीसों घंटे काम करना शुरू कर दिया है.
Following Union Home Minister Amit Shah's meeting on Delhi #COVID19 situation on Nov 15, a slew of measures underway. DRDO to add 250 ICU beds to its already existing 250 ICU beds & also to create 35 BIPAP beds in next 3 to 4 days at its COVID hospital near Delhi airport: MHA pic.twitter.com/olh93PdnEM
— ANI (@ANI) November 18, 2020
गृह मंत्रालय के अनुसार डीआरडीओ दिल्ली हवाई अड्डे के पास अपने कोविड अस्पताल में अगले 3-4 दिनों में 250 अतिरिक्त आईसीयू बेड की व्यवस्था करेगा, 34 बीआईपीएपी बेड लगाएगा.
गृह मंत्रालय की दी गई जानाकारी के मुताबिक शकूर बस्ती स्टेशन पर मौजूद डिब्बों में 800 बेड की व्यवस्था रेलवे कर रहा है.
गृह मंत्रालय ने कहा, आईसीएमआर, दिल्ली सरकार नवम्बर अंत तक अपनी आरटी-पीसीआर जांच की क्षमता बढ़कार 60,000 करेगी. अभी प्रतिदिन 10,000 जांच की जाती है. अधिक मैनपावर बढ़ाकर, निजी क्षेत्र को शामिल कर शिफ्ट की संख्या और उपकरणों को बढ़ाकर ICMR को इसे करना है.
उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय ने विशेषज्ञों की 10 टीमें बनाई हैं जो दिल्ली के 100 से ज्यादा निजी अस्पतालों में जाकर वहां बिस्तरों के उपयोग, जांच की क्षमता और आईसीयू के लिए अतिरिक्त बिस्तरों की पहचान करने का काम करेंगी. टीमें अस्पतालों का दौरा कर रही हैं.
भारतीय रेल शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन पर 800 बिस्तरों वाले कोच मुहैया करा रहा है. अद्धैसैनिक बलों के डॉक्टर और चिकित्साकर्मी इन कोविड-19 सह पृथक-वास केन्द्रों में आने वाली मरीजों की देखभाल की जिम्मेदारी उठाएंगे.
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और दिल्ली सरकार साथ मिलकर नवंबर के अंत तक 60,000 आरटी-पीसीआर जांच प्रतिदिन की क्षमता विकसित करने पर काम कर रहे हैं. प्रवक्ता ने बताया कि 17 नवंबर को दिल्ली में रोजाना 10,000 जांच की क्षमता है.
अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में घर-घर जाकर सर्वे करने की योजना अंतिम चरण में हैं और उसके इसी सप्ताह शुरू होने की संभावना है. सर्वे 25 नवंबर तक पूरा होने की आशा है.
प्रवक्ता के अनुसार, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने बेंगलुरु से 250 वेंटिलेटर भेजे हैं जो सप्ताह के अंत तक दिल्ली पहुंचेंगे.