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Monday, 30 September, 2024
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महबूबा मुफ्ती जैसे नेताओं को भारत में रहना है तो तिरंगे का सम्मान करना होगा: J&K भाजपा प्रमुख

मुफ्ती ने कहा था कि जब तक राज्य का विशेष दर्जा बहाल नहीं किया जाता है, तब तक वह चुनाव लड़ना या तिरंगा लहराना नहीं चाहती हैं.

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जम्मू: भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख रवींद्र रैना ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान और चीन के अवैध कब्जे से भारत की एक-एक इंच जमीन को वापस लेकर रहेंगे और इसके लिए सैन्य ताकत का इस्तेमाल करने से भी गुरेज़ नहीं करेंगे.

तिरंगे पर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के बयान को लेकर रैना ने पूर्व मुख्यमंत्री पर भी हमला बोला और कहा कि ऐसे नेताओं को भारत में रहना है तो तिरंगे का सम्मान करना होगा.

मुफ्ती ने कहा था कि जब तक राज्य का विशेष दर्जा बहाल नहीं किया जाता है, तब तक वह चुनाव लड़ना या तिरंगा लहराना नहीं चाहती हैं.

भाजपा नीत केंद्र सरकार ने पिछले साल पांच अगस्त को पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त कर दिया था और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था.

मुफ्ती पर हमला करते हुए रैना ने कहा कि कुछ लोगों को गलतफहमी है कि वह भारत में रहकर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान कर सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.’

मुफ्ती की हालिया टिप्पणी पर रैना ने कहा, ‘अगर ऐसे नेता भारत में रहना चाहते हैं, तो उन्हें तिरंगे का सम्मान करना होगा, अन्यथा उन्हें घसीटकर देश से बाहर कर दिया जाएगा और पाकिस्तान में फेंक दिया जाएगा.’

प्रदेश भाजपा प्रमुख ने विलय दिवस के मौके पर गांधीनगर से महाराज हरि सिंह पार्क तक तिरंगा रैली की अगुवाई की.

उन्होंने कहा कि आखिरी डोगरा शासक हरि सिंह ने आज के दिन 1947 में पूरे जम्मू–कश्मीर का भारत में विलय किया था.

रैना ने कहा, ‘पाकिस्तान समर्थित कबायलियों ने हमला किया और हमारी भूमि के एक बड़े हिस्से पर जबरन कब्जा कर लिया, जिसमें मुजफ्फराबाद, मीरपुर, कोटली, भीमबार, बाग, प्लांड्री, सुदनोती, देव बटाला, नीलम घाटी के साथ-साथ गिलगित और बाल्तिस्तान शामिल हैं.’

उन्होंने कहा कि ये सभी इलाके पाकिस्तान और चीन के अवैध कब्जे में हैं. उन्होंने कहा, ‘ये सभी भारत का हिस्सा हैं और वहां रहने वाले लोग भारतीय नागरिक हैं.’

रैना ने कहा कि पाकिस्तान और चीन को अवैध कब्जा छोड़ना होगा क्योंकि जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय अंतिम था.

उन्होंने कहा, ‘हमने सुना है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में लोग ‘पाकिस्तान वापस जाओ’ के नारे लगाते हैं और वह दिन दूर नहीं है जब वे अपने देश (भारत) में वापस होंगे.’

भाजपा नेता ने कहा, ‘हमने रैली में संकल्प लिया है कि हम अपने उन इलाकों को वापस लेंगे और वहां राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे.’

रैना ने कहा, ‘हम अपनी जमीन की एक-एक इंच वापस लेंगे, चाहे वो पाकिस्तान या चीन के कब्जे में क्यों न हो. इसके लिए अगर हमें सैन्य शक्ति का इस्तेमाल करना पड़ा तो, हम पीछे नहीं हटेंगे.’

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग अपने दिलों से भारतीय हैं और ‘जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति (पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू) की गलती का नतीजा है.’

रैना ने विलय दिवस के मौके पर सरकारी छुट्टी की घोषणा करने पर खुशी जाहिर की.

उन्होंने कहा कि कश्मीर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस दिन को मनाया है और उन्होंने कुपवाड़ा से श्रीनगर और श्रीनगर से अनंतनाग तक रैलियां निकाली हैं.

इससे पहले रैना ने यहां महाराज हरि सिंह पार्क में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और अंतिम डोगरा शासक को श्रद्धांजलि दी. उनके साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता और जम्मू-कश्मीर भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रमुख अरुण सिंह भी थे.

इस बीच, कुछ युवाओं और एक वकील ने गांधीनगर में पीडीपी मुख्यालय के घेरे पर दूसरे दिन सोमवार को राष्ट्रीय ध्वज फहराया. मुख्यालय पर बड़ी संख्या में सुरक्षा गार्ड तैनात थे.

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मुख्य द्वार के पास लोहे की बाड़ पर तिरंगा फहराया लेकिन पुलिस ने मुख्य इमारत पर उनकी राष्ट्रीय ध्वज फहराने की कोशिश को नाकाम कर दिया.


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