इंदौर : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें मुम्बई जाकर बॉलीवुड में किस्मत आजमानी चाहिए क्योंकि ‘अभिनय’ के मामले में वह शाहरुख खान और सलमान खान जैसे फिल्म सितारों को भी मात दे सकते हैं.
कमलनाथ ने इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर पाल कांकरिया गांव में एक चुनावी सभा में कहा, ‘चौहान इतने अच्छे अभिनेता हैं कि शाहरुख खान और सलमान खान को भी नीचा दिखा दें. उन्हें मुम्बई जाकर कम से कम फिल्मों में तो मध्यप्रदेश का नाम रोशन करना चाहिए.’
कांग्रेस के 22 विधायकों की बगावत और दल बदल के कारण सत्ता गंवाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘चौहान कभी चुनावी मंचों पर लेट जाते हैं, तो कभी घुटने टेककर जनता को अपना भगवान बताने लगते हैं, लेकिन उनका भगवान तो माफिया है. उन्हें जनता को मूर्ख नहीं बनाना चाहिए.’
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के राज के दौरान मध्यप्रदेश की पहचान माफिया व खाने-पीने की चीजों में मिलावट वाले राज्य की बन गई और उद्योग-धंधे चौपट हो गए.
कमलनाथ ने कहा, ‘जब मैंने राज्य का मुख्यमंत्री रहने के दौरान शुद्ध के लिए युद्ध (मिलावट के खिलाफ अभियान) और माफिया के खिलाफ कार्रवाई शुरू कराई, तो चौहान के पेट में दर्द शुरू हो गया था.’
उन्होंने मध्यप्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री पर लगातार झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘उनके आगे तो झूठ भी शर्मा जाएगा.’
कमलनाथ ने कहा, ‘चौहान झूठ बोलते हैं कि मेरी (पूर्ववर्ती) सरकार में किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ था. खुद उनकी सरकार ने कुछ दिन पहले ही विधानसभा में बताया है कि मेरी सरकार में लगभग 27 लाख किसानों का कर्ज माफ हुआ था। इससे चौहान का झूठ पकड़ा गया है.’
उन्होंने नये कृषि कानूनों पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया कि इन प्रावधानों के जरिये कृषि उपज मंडियों का निजीकरण किया जा रहा है.
कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर तीन नवम्बर को होने वाले उप चुनावों के बाद सूबे की सत्ता में कांग्रेस की वापसी हुई, तो कानून बनाकर प्रावधान किया जाएगा कि सरकार के घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम पर किसानों की फसल खरीदना अपराध होगा.
73 वर्षीय कांग्रेस नेता ने चौहान द्वारा उन्हें ‘उद्योगपति’ बताए जाने पर चुनौती दी कि वह देश के किसी भी हिस्से में उनके केवल एक उद्योग का नाम बता कर दिखाएं.
कमलनाथ ने कहा, ‘चौहान यह भी बोलते हैं कि मैंने मध्यप्रदेश के लिए कुछ नहीं किया, लेकिन जब मैं केंद्र सरकार में शहरी विकास और परिवहन जैसे विभागों का मंत्री था, तब खुद उन्होंने इस बात के लिए मुझे धन्यवाद दिया था कि मैंने देश के अन्य राज्यों के मुकाबले मध्यप्रदेश को सबसे ज्यादा बजट आवंटित किया है.’
उन्होंने चौहान को चुनौती दी कि वह इस बात का खुलासा करें कि वर्ष 2014 के दौरान केंद्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार बनने के बाद शहरी विकास और परिवहन की केंद्रीय परियोजनाओं के मद में मध्यप्रदेश को कितना बजट आवंटित किया गया है?