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Monday, 23 December, 2024
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चेन-स्नैचिंग में गिरफ्तार बेंगलुरु के पूर्व इंजीनियर के खिलाफ 70 से ज्यादा मामले दर्ज

पीन्या पुलिस ने एक बहुराष्ट्रीय सॉफ्टवेयर कंपनी में काम कर चुके आरोपी जयकुमार के पास से 3.7 लाख रुपये की सोने की चेन और 15 सिम कार्ड बरामद किए हैं.

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बेंगलुरु : बेंगलुरु के पीन्या में एक अधेड़ महिला के साथ चेन स्नैचिंग की घटना के बाद सक्रिय हुई शहर की पुलिस ने एक पूर्व सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है जिसके खिलाफ कर्नाटक और तमिलनाडु में चेन स्नैचिंग के 70 से ज्यादा मामले दर्ज हैं.

पीन्या पुलिस ने एक बहुराष्ट्रीय सॉफ्टवेयर कंपनी के साथ काम कर चुके आरोपी जयकुमार के पास 3.7 लाख रुपये की सोने की चेन और 15 सिम कार्ड बरामद किए हैं.

पीन्या के पुलिस इंस्पेक्टर मुद्दुराज ने दिप्रिंट को बताया कि जयकुमार ने एकदम आसान मॉडस-ऑपरेंडी अपना रखी थी-वह अपने दोपहिया वाहन पर शहर में घूमता रहता और ऐसी महिलाओं को अपना लक्ष्य बनाता जो अकेली होतीं और इतना सोना पहने होतीं कि छीनकर भागना आसान हो. वह कुछ समय तक उनका पीछा करता रहता और सही मौका पाकर उनके जेवर खींचकर भाग जाता.

इंस्पेक्टर मुद्दुराज ने कहा, ‘हमें उसके खिलाफ पुराने मामलों की खासी जानकारी थी और शहर भर के पुलिस थानों में उसके खिलाफ कई वारंट जारी हुए थे. उसके बारे में पता लगाना आसान काम नहीं था क्योंकि वह अक्टूबर 2019 में बेंगलुरु की अदालत से जमानत मिलने के बाद फरार हो गया था. एक कैम्पेगौड़ा नगर निवासी की तरफ से शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पीन्या पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी.

जयकुमार ने 13 अगस्त को एक अधेड़ महिला का पीछा किया था, जिसने 60 ग्राम सोने की चेन पहन रखी थी और पीन्या में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रही थी. जयकुमार ने अपने दोपहिया वाहन से उसे टक्कर मारी और उसकी चेन छीनकर भाग निकला.


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टक्कर लगने के कारण जमीन में गिरने से महिला बुरी तरह घायल हो गई. जब पीन्या पुलिस को इसकी शिकायत मिली तो उन्होंने आरोपी की तलाश में आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए. एक कैमरे में उन्हें जयकुमार का चेहरे देखने में कामयाबी मिल गई. उसकी गतिविधियों पर करीब एक महीने तक नजर रखी गई और आखिरकार, एक पुलिस टीम तमिलनाडु के कृष्णगिरि में उसके घर तक पहुंच गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

कंप्यूटर से लेकर अपराध की दुनिया तक

जयकुमार ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी और 2012 में नौकरी छोड़ने को कहे जाने तक एक बहुरराष्ट्रीय कंपनी में टीम मैनेजर के तौर पर काम करता था. इंस्पेक्टर मुद्दुराज ने कहा, ‘वह शराबी था और जुए जैसी और भी बुरी लतों का आदी था.’

जयकुमार बाद में कुख्यात अपराधियों के एक गिरोह में शामिल हो गया जिन्होंने उसे चेन स्नेचिंग का काम सिखाया. मुद्दुराज ने कहा, ‘वह शुरू में कार्तिक और अरुण के साथ काम करता था जो एक चेन-स्नेचिंग गिरोह के सदस्य हैं. लेकिन बाद में वह अकेले ही यह काम करने लगा.’

गौरतलब है कि बेंगलुरु पुलिस चेन छीनने वाले गिरोहों के खिलाफ व्यापक अभियान चला रही है क्योंकि 2019 के बाद से ऐसे मामलों की संख्या बढ़ गई है. चेन-स्नैचर को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है और ऐसी घटनाओं वाली विभिन्न जगहों के सीसीटीवी फुटेज खंगालकर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है क्या उनके अपराध करने का कोई खास पैटर्न है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें )

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