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Friday, 22 November, 2024
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हाथरस जैसी घटना यूपी के बलरामपुर में भी, एडमिशन लेने जा रही छात्रा की गैंगरेप के बाद मौत

छात्रा की मौत का कारण शरीर के आंतरिक हिस्सों में इंजरी बताई जा रही है, जिसकी वजह से घर वालों का आरोप है कि पीड़िता के साथ विभत्स तरीके से रेप हुआ.

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लखनऊ : एक तरफ यूपी के हाथरस में हुई दुष्कर्म की घटना का देशभर में आक्रोश है. दूसरी ओर बलरामपुर में भी इसी तरह का मामला सामने आया है. यहां के गैसड़ी थाना क्षेत्र में 22 साल की दलित छात्रा के साथ मंगलवार को गैंगरेप हुआ जिसके बाद उसकी मौत हो गई. छात्रा की मौत का कारण शरीर के आंतरिक हिस्सों में इंजरी बताई जा रही है, जिसकी वजह से घर वालों का आरोप है कि पीड़िता के साथ विभत्स तरीके से रेप हुआ.

परिवार की तहरीर पर पुलिस ने दो अभियुक्तों पर एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया. गैसड़ी थाना के इंचार्ज कमलेश कुमार ने दिप्रिंट को बताया कि पीड़िता के भाई की तहरीर पर बुधवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों पर सामूहिक दुष्कर्म की धारा लगाई गई है. हाथ-पैर तोड़ने की पुष्टी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं हुई है.

बलरामपुर पुलिस के मुताबिक, आरोपी शाहिद और साहिल बलरामपुर के गैसड़ी इलाके में अपना किराना स्टोर चलाते हैं. दोनों की उम्र लगभग 22-23 साल है. किराना स्टोर के पास स्थित एक मकान में छात्रा के साथ दुष्कर्म हुआ है. हालांकि छात्रा आरोपियों को पहले से जानती थी इस बात की संभावना से पुलिस ने इसकी संभावना जताई है. पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने पर ही वह इसे बता सकेंगे.

कमलेश कुमार ने बताया कि जो तहरीर पीड़िता के भाई ने दी उसके अनुसार 22 साल की पीड़िता जिले के एक डिग्री काॅलेज में एडमिशन की बात कहकर घर से निकली थी, जब वह देर शाम तक घर नहीं आई, तो परिजनों को चिंता हुई. उन्होंने फोन से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन लड़की से संपर्क नहीं हो पाया. शाम 7 बजे कोई पीड़िता को रिक्शे से घर के बाहर छोड़ गया. उसकी हालत बेहद खराब थी. अस्पताल ले जाते वक्त उसने दम तोड़ दिया.

मां का आरोप- इंजेक्शन देकर हुई वारदात

पीड़िता की मां ने मीडिया से बातचीत में का आरोप लगाया है कि उसकी बेटी को इंजेक्शन लगाकर हैवानियत की वारदात को अंजाम देने के बाद कमर और दोनों टांगों को तोड़कर रिक्शे पर बैठाकर घर भेज दिया गया, जिसके बाद वो कुछ भी बोल नहीं पा रही थी. उसके आखिरी शब्द थे, ‘बहुत दर्द है अब मैं बचूंगी नहीं.’ जब बेटी पहुंची तो कीचड़ से लथपथ थी और उसके हाथ में ग्लूकोज चढ़ाने वाला वीगो लगा था.


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हालांकि, बलरामपुर के एसपी देव रंजन वर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि हाथ पैर और कमर तोड़ने वाली बात सही नहीं है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं हुई है. बाकि एडिशनल एसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया जो पूरे मामले की जांच कर रही है.

रात में हुआ अंतिम संस्कार

बुधवार दोपहर में पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो वहीं देर शाम परिवार के कुछ सदस्यों की मौजूदगी में पुलिस ने अंतिम संस्कार करवा दिया, जिसको लेकर तमाम सवाल उठ रहे. बीते बुधवार हाथरस केस में भी पीड़िता का अंतिम संस्कार रात में ही करवा दिया गया था जिसके बाद परिवार ने पुलिस पर जबरदस्ती अंतिम संस्कार करने का आरोप लगाया था. हालांकि, बलरामपुर केस में पीड़िता के परिवार से फिलहाल ऐसा बयान नहीं आया है. गैसड़ी थाना के इंचार्ज कमलेश कुमार के मुताबिक, पीड़ित परिवारजनों ने ही देर शाम अंतिम संस्कार किया है. किसी पर कोई दबाव नहीं डाला गया.

यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस मामले को उठाते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश ने ट्वीट कर कहा- हाथरस के बाद अब बलरामपुर में भी एक बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न का घृणित अपराध हुआ है व घायलावस्था में पीड़िता की मृत्यु हो गयी है. श्रद्धांजलि! भाजपा सरकार बलरामपुर में हाथरस जैसी लापरवाही व लीपापोती न करे और अपराधियों पर तत्काल कार्रवाई करे.

वहीं कांग्रेस के सीनियर लीडर राज बब्बर ने ट्वीट कर कहा-अब #Balrampur में भी दलित समाज की लड़की के साथ पाश्विक कृत्य किया गया है. ऐसी ही घटना आज़मगढ़ और बुलंदशहर में भी घटी है. हर मामले में पीड़िता को न्याय का इंतज़ार है. महिला सुरक्षा के वादे पर सत्ता में आई थी BJP पर उसे भुला दिया गया.बेटियों की जान के बदले मुआवज़े से क्या होगा ?

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