scorecardresearch
Monday, 25 November, 2024
होमलास्ट लाफन्यूज चैनलों का ध्यान हटा और 'समाज के आइने' का किसानों को नजरंदाज करना 

न्यूज चैनलों का ध्यान हटा और ‘समाज के आइने’ का किसानों को नजरंदाज करना 

चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

Text Size:

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून

आज के प्रदर्शित कार्टून में संदीप अधर्व्यु भारतीय मीडिया की चंचल प्रकृति की ओर ध्यान खींचते हैं और दिखाते हैं कैसे उसका ध्यान लगातार बदल रहा है. यह चंचलता हाथरस सामूहिक बलात्कार पीड़िता का मंगलवार को मौत को लेकर रही.

आलोक निरंतर ट्विटर पर हाथरस की 20 साल की गैंगरेप पीड़िता का यूपी पुलिस द्वारा रात में परिवार की गैरमौजूदगी में दाह-संस्कार पर तंज करती टिप्पणी करते हैं.

मंजुल मीडिया को समाज के ‘दर्पण’ के रूप में पेश करते हुए उसे किसानों के मुद्दे की जगह बॉलीवुड में ड्रग मामले को प्रमुखता देने के लिए मिरर में एक खास तस्वीर’ को दिखाते हैं.

इंडियन एक्सप्रेस में ई.पी. उन्नी एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया की मंगलवार की घोषणा पर टिप्पणी करते हैं कि जिसने सरकार द्वारा इसके बैंक खातों को फ्रीज करने के बाद देश में अपने सभी कार्यों को रोकने की बात कही है.

(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

share & View comments