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Friday, 22 November, 2024
होमडिफेंसLoC पर कोई बड़ा जमावड़ा नहीं लेकिन पाकिस्तान कश्मीर में नई चीनी असॉल्ट राइफलें भेज रहा

LoC पर कोई बड़ा जमावड़ा नहीं लेकिन पाकिस्तान कश्मीर में नई चीनी असॉल्ट राइफलें भेज रहा

सुरक्षा बलों ने ईएमईआई टाइप 97 एनएसआर राइफलें बरामद की हैं, जो चीनी फर्म नॉरिंको द्वारा निर्मित हैं. बलों को लगता है कि इन्हें, ड्रोन्स के ज़रिए जम्मू-कश्मीर में गिराया गया था.

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नई दिल्ली: लद्दाख में चीन के साथ चल रहे गतिरोध के बीच पाकिस्तानी नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर उसके सैनिकों की कोई आसामान्य गतिविधियां, या कोई बड़ी वृद्धि नहीं देखी गई है, लेकिन उसने कश्मीर में काम कर रहे आतंकवादियों को, चीन में निर्मित असॉल्ट राइफल्स से लैस करने की कोशिश ज़रूर की है. दिप्रिंट को पता चला है.

शीर्ष सरकारी सूत्रों ने दिप्रिंट से कहा कि सेना एलओसी पर पूरी तरह सतर्क है और पाकिस्तानी सेना की गतिविधियों पर भी नज़र रखे हुए है.

एक सूत्र ने कहा, ‘तैनात सैनिकों की संख्या में कोई ख़ास इज़ाफा नहीं हुआ है. फिलहाल उनके पास 2-3 अतिरिक्त बटालियनें हैं लेकिन अदला-बदली के दौरान, ये एक सामान्य गतिविधि होती है’. सूत्र ने आगे कहा, ‘नियंत्रण रेखा या पाकिस्तान की सीमा के पास सैनिकों की संख्या में कोई ख़ास इज़ाफा नहीं हुआ है’.

सूत्र ने आगे कहा कि कड़ी सतर्कता बरती जा रही है, भारत ने दो तीन अतिरिक्त बटालियनें लगाकर, एलओसी पर मल्टी-टियर सेट-अप को और मज़बूत कर दिया है.

सूत्र ने कहा, ‘इस वक्त पाकिस्तान का फोकस सर्दियों से पहले, अतिरिक्त आतंकियों, हथियारों और गोला-बारूद को कश्मीर में घुसाना है. हमने उसके लिए पर्याप्त तैनातियां की हुई हैं’. सूत्र ने आगे कहा कि कश्मीर में आतंकवाद, अभी भी चिंता का विषय बना हुआ है.

दिप्रिंट ने पहले ख़बर दी थी कि भारत ने अपनी पूरी सेना को ऑपरेशनल अलर्ट पर रख दिया है और पाकिस्तान व चीन के साज़िशी ख़तरे से निपटने की तैयारी कर रहा है.


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जम्मू-कश्मीर को हथियारों से भर देना चाहती है पाक आईएसआई

सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने ये भी कहा कि पाकिस्तान की बदनाम ख़ुफिया एजेंसी- इंटर सर्विसेज़ इंटेलिजेंस (आईएसआई) को, जम्मू-कश्मीर को हथियारों से भर देने का निर्देश मिला है.

सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की योजना ये है कि सर्दियां शुरू होने से पहले, जब सबसे अधिक घुसपैठ की आशंका वाले क्षेत्रों में, ओस और बर्फ की वजह से झाड़-झंखाड़ और झाड़ियां सूख जाएंगी, तो ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में घुसपैठियों को हथियारों के साथ, कश्मीर में घुसा दिया जाए.

उन्होंने ये भी कहा कि उनकी नई कार्यशैली ये है कि पहले दहशतगर्दों को हथियारों के बिना घुसाया जाए और फिर ड्रोन्स के ज़रिए हथियार और गोला-बारूद पहुंचा दिए जाएं. सुरक्षा बलों ने साल भर में, भारी संख्या में हथियार बरामद किए हैं, जिनमें चीन में निर्मित रायफलें, और ड्रोन्स से गिराए गए हथियार शामिल हैं. (बॉक्स देखें)

Illustration: Ramandeep Kaur
रमनदीप कौर का चित्रण | दिप्रिंट

सूत्रों ने कहा कि आईएसआई ने एक ऐसी चीनी फर्म से अच्छी ख़ासी संख्या में ‘हेक्साकॉप्टर्स’ ख़रीदे हैं, जिसका ताल्लुक़ चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) से है. ये हेक्साकॉप्टर्स सीपीईसी की सम्पत्ति की सुरक्षा के बहाने से ख़रीदे गए हैं.

एक दूसरे सूत्र ने बताया, ‘हाल ही में भारतीय सुरक्षा बलों ने ईएमईआई टाइप 97 एनएसआर की भी कई बरामदगियां की हैं, जो चीनी कंपनी नॉरिंको द्वारा निर्मित हैं’. उन्होंने आगे कहा, ‘ये आमतौर से पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों को इश्यू की जाती हैं और सीपीईसी सहयोग के तहत पाकिस्तान फ्रंटियर फोर्स को उपहार में भी दी जाती हैं’.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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