लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने अनोखा पोस्टर जारी किया है. यहां के सांडी इलाके में पुलिस ने पोस्टर चस्पा करवाए हैं जिन पर लिखा हुआ है कि अगर लोग अपने घरों में ताला बंदकर कहीं बाहर जा रहे हैं तो इसकी लिखित या मौखिक सूचना पुलिस थाने में जरूर दें.
प्रदेश की विपक्षी पार्टियां पुलिस के इस कदम पर निशाना साध रही हैं. उनका कहना है कि सुरक्षा देना पुलिस का काम है, इसके लिए उन्हें पहले से सूचित करने की जरूरत नहीं है.
हरदोई के सांडी इलाके में दीवारों पर लगे इस पोस्टर को ‘आवश्यक सूचना’ के तौर पर लगाया गया है.
पोस्टर में लिखा है, ‘शीतकालीन मौसम में चोरी की घटनाएं बढ़ जाने की संभावना रहती है. ऐसे में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है. जब लोग घरों में ताला बंदकर बाहर कहीं जाएं तो थाने पर लिखित या मौखिक सूचना अवश्य देकर जाएं ताकि आपको एवं आपकी संपत्ति को किसी प्रकार के नुकसान आदि से सुरक्षित किया जा सके.’
दिप्रिंट से बातचीत में हरदोई के एडिशनल एसपी अनिल कुमार ने इसे सांडी पुलिस थाना द्वारा शुरू की गई एक पहल बताया. उन्होंने कहा, ‘इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर समझें. यह पोस्टर लोगों के घरों की हिफाजत के लिए चस्पा कराए गए हैं. कोई अगर पुलिस को इन्फाॅर्म करके जाएगा तो उसके घर के बाहर पुलिस ज्यादा गश्त करेगी ताकि चोरी न हो सके.’
उन्होंने कहा, ‘अगर ये प्रयोग सफल होता है तो अन्य थाना क्षेत्रों में या फिर पूरे जिले में इसे लागू किया जा सकता है.’
एडिशनल एसपी ने कहा कि किसी पर सूचना देने का कोई प्रेशर नहीं है. उन्होंने कहा, ‘ये आम लोगों के फायदे के लिए ही है. इसमें ऐसा नहीं है कि किसी पर कोई जुर्माना लगेगा बल्कि इससे तो पुलिस बंद घरों में चोरी की घटना रोकने के लिए और ज्यादा सतर्क रहेगी.’
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‘ऐसे पोस्टर्स का कोई लॉजिक नहीं’
समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष जीतेंद्र वर्मा (जीतू) का कहना है कि पुलिस का काम ही सुरक्षा देना है. चाहे इंसान बताकर जाए या न जाए. उन्होंने कहा, ‘क्या वह नज़र रखना चाहते हैं कि कौन कहां जा रहा है. ऐसे पोस्टर्स का कोई लाॅजिक नहीं है.’
जीतू ने कहा, ‘चोरी की घटनाएं तो लगातार बढ़ ही रही हैं. कानून व्यवस्था संभल नहीं रही. यूपी के पूर्व डीजीपी तक पर हाल ही में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. सरकार को पुलिसिंग व्यवस्था बेहतर करने पर फोकस करना चाहिए.’
वहीं प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता और हरदोई के स्थानीय नेता अंशू अवस्थी ने कहा कि ऐसे पोस्टरों का क्या लाॅजिक है.
उन्होंने कहा, ‘जो पीड़ित थाने में एप्लीकेशन लेकर जाते हैं उन्हें ही कई बार न्याय नहीं मिलता. पुलिस पहले उन्हें तो न्याय दिलाए. लाॅ एंड ऑर्डर का हाल बेहाल है ऊपर से पुलिस कह रही है कि हमें सूचना देकर बाहर जाएं.’
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