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Friday, 22 November, 2024
होमदेशसुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में बिहार सरकार ने की सीबीआई जांच की सिफारिश, विपक्ष ने साधा निशाना

सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में बिहार सरकार ने की सीबीआई जांच की सिफारिश, विपक्ष ने साधा निशाना

इससे पहले नीतीश ने कहा कि आज सुबह ही हमारे डीजीपी (गुप्तेश्वर पांडेय) से उनकी (दिवंगत अभिनेता के पिता की) बातचीत हुई है और उन्होंने अपनी सहमति दे दी है, सीबीआई जांच के लिए अनुशंसा यहां से जा रही है.

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पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि दिवंगत बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत के पिता के. के. सिंह की सहमति के बाद सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है. जेडीयू प्रवक्त ने संजय ने सीएम नीतीश कुमार का आभार जताया है.

प्रवक्ता ने कहा कि उनकी मांग पर सिफारिश कर दी गई है. सीबीआई जो भी अपराधी होगा उसके गिरेबान तक पहुंचेगी.

वहीं शिवसेना के नेता और प्रवक्ता संजय राउत ने इसे बिहार चुनाव के लिए राजनीतिक मुद्दा बनाने का आरोप लगाया है. और कहा है कि बिहार में बैठे कुछ असामाजिक तत्वों को लगता है कि अगर इस पर राजनीति करेंगे तो बिहार चुनाव में काम चल जाएगा.

संजय राउत ने कहा कि बिहार पुलिस आकर जानकारी लेना चाहती है तो ले सकती है लेकिन समानांतर आकर जांच करेगी तो मुंबई पुलिस के साथ अन्याय होगा.

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता और नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने नीतीश को संविधान फिर से पढ़ने की सलाह दे दी है. उन्होंने कहा कि एक प्रांत की पुलिस दूसरे प्रांत में जाकर जांच करेगी तो अराजकता फैल जाएगी.

वहीं इससे पहले नीतीश ने मंगलवार को कहा, ‘आज सुबह ही हमारे डीजीपी (गुप्तेश्वर पांडेय) से उनकी (दिवंगत अभिनेता के पिता की) बातचीत हुई है और उन्होंने अपनी सहमति दे दी है, जिसकी सूचना डीजीपी ने दी तथा तुरंत सीबीआई जांच के लिए अनुशंसा यहां से जा रही है . उसके लिए जो प्रक्रिया है, कर रहे हैं और आज ही मेरे ख्याल से अनुशंसा चली जाएगी.’

उन्होंने कहा, ‘सुशांत जी के पिता जी ने यहां प्राथमिकी दर्ज करायी थी जिसके आधार पर बिहार पुलिस ने जांच का काम शुरू किया. टीम भी भेजी है. यहां से गए आईपीएस अधिकारी के साथ वहां दुर्व्यवहार हुआ.’

नीतीश ने कहा, ‘बिहार पुलिस के साथ वहां बिल्कुल गलत व्यवहार हुआ. जहां भी प्राथमिकी दर्ज होगी, कानूनी रूप से हमारे राज्य की पुलिस की जिम्मेदारी थी और उसके हिसाब से वे जांच के लिए वहां (मुंबई) गए. वहां तो सहयोग करना चाहिए था.’

उन्होंने कहा, ‘सुशांत यहां के थे और उनकी जिस तरह मृत्य हुई है उसको लेकर केवल बिहार ही नहीं पूरे देश के लोगों को चिंता है और सभी लोग इस बात को समझ रहे हैं कि सुशांत जी के साथ निश्चित रूप से अन्याय हुआ है . यह आम धारणा है . ऐसी स्थिति में उनको (मुंबई पुलिस को) जो काम करना चाहिए था, पर कर तो नहीं रहे थे . यहां प्राथमिकी दर्ज होने पर सूचना देकर वहां टीम भेजी गयी है और सूचना देकर गए आईपीएस आधिकारी को क्वारन्टीन किया जाना क्या उचित है?’

नीतीश ने कहा, ‘यह सही बात नहीं . वहां का सहयोग मिलना चाहिए वह नहीं मिल रहा था. हमारे डीजीपी वहां फोन करें और वहां कोई फोन नहीं उठाए तो यह कितना आश्चर्यजनक है. यह खुद हमारे डीजीपी ने मुझे जानकारी दी. तो यह स्थिति है जो कि ठीक नहीं है लेकिन यहां प्राथमिकी होने पर बिहार पुलिस का जांच करना कानूनी कर्तव्य बनता है.’ यह पूछे जाने पर कि क्या इसको लेकर उनकी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से बातचीत हुई, नीतीश ने कहा कि मुख्यमंत्री स्तर पर इस मामले में बात ही नहीं हो सकती है. यह तो कोई राजनीतिक विषय नहीं है . यह जिम्मेदारी पुलिस की है और यहां की पुलिस वहां की पुलिस से बात कर रही थी .

उल्लेखनीय है कि 34 वर्षीय सुशांत 14 जून को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे.

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