मुंबई: गुजरे जमाने की मशहूर अभिनेत्री कुमकुम का मंगलवार को 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उन्होंने 100 से अधिक फिल्मों और ‘कभी आर, कभी पार’ तथा ‘मेरे महबूब कयामत होगी’ जैसे लोकप्रिय गीतों में अभिनय किया.
कुमकुम का असली नाम जैबुन्निसा था. उनकी ननद शहनाज ने बताया कि आयु संबंधी दिक्कतों के चलते बांद्रा स्थित आवास पर पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे उनका निधन हो गया.
शहनाज ने कहा, ‘उनको मजगांव कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा.’
कुमकुम, बिहार के शेखपुरा जिले के हुसैनाबाद से संबंध रखतीं थीं.
उन्होंने ‘मिस्टर एक्स इन बॉम्बे’, ‘मदर इंडिया’, ‘कोहिनूर’, ‘उजाला’ और ‘नया दौर’ समेत कई फिल्मों में यादगार अभिनय किया.
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कुमकुम ने 1963 में आई पहली भोजपुरी फिल्म ‘गंगा मइया तोहे पियारी चढ़ाईबो’ में भी अभिनय किया था. हालांकि उन्हें ज्यादा लोकप्रियता उन पर फिल्माए गए गीतों से मिली, जिनमें ‘कोहिनूर’ (1960) फिल्म का ‘मधुबन में राधिका नाचे’, ‘आर-पार’ (1954) का ‘कभी आर-कभी पार’ और 1956 में आई ‘सीआईडी’ का गीत ‘यह है बॉम्बे मेरी जान’ शामिल हैं.
अभिनेता-निर्देशक गुरु दत्त 1950 के दशक में कुमकुम को फिल्मी दुनिया में लाए थे. उन्होंने ही ‘आर-पार’ गाने में उन्हें मौका दिया था. इसके बाद उन्होंने दत्त की फिल्म ‘प्यासा’ में छोटी सी भूमिका की थी.