चेंगदू: दक्षिण पश्चिम चीन में अमेरिका के एक वाणिज्य दूतावास से अमेरिका के झंडे को उतार दिया गया है. अमेरिकी अधिकारियों ने चीन सरकार के आदेश के अनुसार चेंगदू वाणिज्य दूतावास परिसर को खाली कर दिया है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दूतावास ने सोमवार सुबह 10 बजे संचालन निलंबित कर दिया. उसने चीन के फैसले पर निराशा जतायी और कहा कि अमेरिका अपने अन्य मिशन के जरिए क्षेत्र तक अपनी पहुंच बनाए रखने की कोशिश करेगा.
सरकारी मीडिया के अनुसार दक्षिण पश्चिम चीन में अमेरिका के वाणिज्य दूतावास से अमेरिका के झंडे को उतार दिया गया है. अमेरिकी अधिकारियों ने चीन सरकार के आदेश के अनुसार चेंगदू वाणिज्य दूतावास परिसर को खाली कर दिया है.
सरकारी प्रसारक ‘सीसीटीवी’ ने अपने सोशल मीडिया खाते पर बताया कि शिचुआन प्रांत की राजधानी चेंगदू में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास से सोमवार सुबह छह बजकर 18 मिनट पर झंडा उतार दिया गया.
पुलिस ने वाणिज्य दूतावास के चारों ओर के इलाके में दो से तीन ब्लॉक बंद कर दिए हैं, जिसके कारण अब इस परिसर को देखा नहीं जा सकता. वाहनों को कई पुलिस लाइनों के पीछे कुछ दूरी से चलते देखा गया.
अमेरिका ने ह्यूस्टन में चीनी वाणिज्य दूतावास को बंद करने का आदेश दिया था जिसके जवाब में चीन ने शुक्रवार को चेंगदू में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास बंद करने का आदेश दिया.
अमेरिकी वाणिज्य दूतावास में रविवार को कुछ ट्रक आए और कुछ घंटों बाद वहां से गए.
इस इलाके को बंद किए जाने से पहले इस परिसर को देखने के लिये लगातार दूसरे दिन लोगों की भीड़ जुटी रही. लोग सेल्फी और तस्वीरें लेने के लिए रुक गए, जिससे वहां सड़क पर यातायात बाधित हो गया. यहां लगातार दूसरे दिन इतनी भीड़ जमा हुई.
पुलिस ने अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के सामने सड़क और पैदल पथ को बंद कर दिया है और वहां अवरोधक लगाये हैं.
सिचुआन प्रांत की राजधानी चेंगदू, अमेरिका के ह्यूस्टन शहर के साथ अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में है, क्योंकि चीन और अमेरिका ने एक-दूसरे के वाणिज्य दूतावासों को बंद करने का आदेश दिया है.
अमेरिका ने इस हफ्ते की शुरुआत में ह्यूस्टन में चीन के वाणिज्य दूतावास को बंद करने का आदेश दिया था, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए चीन ने भी चेंगदू वाणिज्य दूतावास को बंद करने आदेश दिया.
अमेरिका ने आरोप लगाया है कि ह्यूस्टन का वाणिज्य दूतावास चीनी जासूसों का अड्डा बन गया है, जिन्होंने टेक्सास में कम्पनियों के डेटा चुराने की कोशिश की.