कोरोना के कारण सीबीएसई द्वारा कक्षा 9वीं और 12वीं के सिलेबस को संशोधित करना और उसमें कटौती करना सही है. लेकिन अध्यायों का चयन ठीक नहीं है. ऐसा लग रहा है कि सीबीएसई मौजूदा सरकार के एजेंडे को पूरा कर रही है. हमें ऐसी शिक्षा की जरूरत नहीं है.
गांधी परिवार द्वारा संचालित ट्रस्ट की जांच समयबद्ध होनी चाहिए, न कि राजनीतिक मंशा से
गांधी परिवार द्वारा संचालित ट्रस्टों में केंद्र की जांच का समय इसके मकसद पर सवाल उठाता है, जिसका मुख्य कारण जांच एजेंसियों के पिछले रिकॉर्ड्स हैं. एक विभाजित राजनीतिक वर्ग संकट के समय भारत की आखिरी जरूरत है. राजनीतिक मंशा की आशंकाओं से परे जांच समयबद्ध और निष्पक्ष होनी चाहिए.