लखनऊ: कानपुर मुठभेड़ के मुख्य आरोपी विकास दुबे की पिछले 100 घंटे से भी अधिक समय से तलाश की जा रही है लेकिन अब तक उत्तर प्रदेश पुलिस को कामयाबी हासिल नहीं मिल सकी है. वहीं दूसरी ओर चौबेपुर, बिल्हौर, ककवन, और शिवराजपुर थाने के 200 से अधिक पुलिसकर्मी शक के घेरे में हैं. इनमें से सभी वो शामिल हैं जो कभी न कभी चौबेपुर थाने में भी तैनात रहे हैं, जिस बिकरू गांव में ये घटना घटी.
पुलिस विभाग के सूत्रों के मुताबिक, इन सभी पुलिसकर्मियों से विकास के कनेक्शन को लेकर पूछताछ की जाएगी. दिप्रिंट से बातचीत में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सभी के फोन डिटेल्स तलाशे जा रहे हैं. फिलहाल ये सामने आया है कि इनमें से कुछ पुलिसकर्मी विकास दुबे के मददगार रहे थे. उसके लिए मुखबिरी करते थे.
विकास को भगाने में खजांची पर शक
बीते रविवार को पुलिस को कानपुर में तीन लावारिस लग्जरी कारें मिली जिनका मालिक जय बाजपेई है जो विकास का खजांची बताया जाता है. एनकाउंटर में शामिल होने और बदमाशों के फरार होने में मदद करने का सबूत मिलने पर कार मालिक जय पर कार्रवाई तय मानी जा रही है.
पुलिस को कानपुर के विजय नगर चौराहे के पास बगैर नंबर प्लेट की एक ऑडी, एक वेरना और एक फॅार्च्यूनर कार मिली थी जिसके आधार पर पुलिस को शक है कि ये तीनों गाड़ी विकास व उसके साथी खड़ी करके फरार हो गए.
जय बाजपेई विकास दुबे का बेहद करीबी माना जाता है. उसका प्रॉपर्टी बेचने का काम है और कानपुर व लखनऊ में पुलिस से लेकर ब्यूरोक्रेट्स के साथ भी उसकी तस्वीरें हैं. एक तस्वीर में वे यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी के साथ दिख रहा है वहीं दूसरी तस्वीर कानपुर के पूर्व एसएसपी अनंत देव के साथ है.
ये दहशतगर्द विकास दुबे के करीबी जय बाजपेई हैं और इनकी डीआईजी एसटीएफ अनंत देव (पूर्व एसएसपी कानपुर) के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल है।
योगी जी ने बिल्लियों को दूध की रखवाली का ज़िम्मा सौंपा है। प्रदेश राम भरोसे चल रहा है, इसलिए भव्य मंदिर का निर्माण ज़रूरी है। pic.twitter.com/wZIA3Sn8Uq
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 7, 2020
इस तस्वीर पर यूपी कांग्रेस ने ट्वीट कर सवाल खड़ा किया है और सरकार से इस पर सफाई मांगी है. वहीं जय की विकास दुबे के साथ भी कई तस्वीरें सामने आईं हैं.
माना जाता है कि विकास जय की गाड़ियों में ट्रैवल करता था. ऐसे में पुलिस का जय को लेकर शक और गहरा गया है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो जय बाजपेयी ने एक हफ्ते पहले विकास दुबे के खाते में 15 लाख रुपए ट्रांसफर किए थे. इससे पहले जय ने विकास से 5.50 करोड़ रुपया लेकर किसी और को दिया था. उसका अकाउंट तलाशने पर इसकी पुष्टि हई. इसके साथ ही बताया जा रहा है कि जय बाजपेयी ने दुबई में फ्लैट भी खरीदा है. फिलहाल जय अभी लखनऊ में एसटीएफ की गिरफ्त में है जहां उससे पूछताछ चल रही है.
विकास का लखनऊ का मकान भी गिराया जा सकता है
विकास के कनेक्शन पुलिस से लेकर प्रशासन तक थे. बीते सोमवार विकास के दो पुराने वीडियो भी वायरल हुए थे जिसमें वह दो बीजेपी विधायकों के साथ अपने कनेक्शन की बात स्वीकार रहा था. वीडियो में विकास से एक हत्या के संबंध में पूछताछ की जा रही है. इसमें वह बताता है कि उसका नाम फर्जी तरीके से लाया गया था जिसे हटवाने में बीजेपी विधायक भगवती प्रसाद सागर और अभिजीत सांगा समेत कई नेताओं ने मदद की थी. हालांकि इन नेताओं ने विकास से ऐसे किसी भी कनेक्शन होने से इंकार किया है.
विकास दुबे का कानपुर के बिकरू गांव स्थित घर पहले ही ढहाया जा चुका है, ऐसे में अब लखनऊ का घर भी ढहाया जा सकता है. लखनऊ के कृष्णानगर में स्थित इस घर का मुआयना करने मंगलवार को एलडीए (लखनऊ डेवलेपमेंट अथॉरिटी) की टीम पहुंची. इस दौरान मालिकाना हक, नक्शा, दस्तावेज की जांच की गई.
लखनऊ विकास प्राधिकरण की शुरुआती जांच में विकास के मकान को लेकर काफी कुछ गड़बड़ मिला है. ऐसे में संभावना है कि ये घर भी गिराया जा सकता है.