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Tuesday, 19 November, 2024
होमदेशऑक्सीजन सपोर्ट के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के प्लाज़्मा थेरेपी की तैयारी, अमित शाह ने की सत्येंद्र जैन के लिए प्रार्थना

ऑक्सीजन सपोर्ट के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के प्लाज़्मा थेरेपी की तैयारी, अमित शाह ने की सत्येंद्र जैन के लिए प्रार्थना

ताज़ा जानकारी ये भी है कि ऑक्सजीन की ज़रूरत पड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स हॉस्पिटल में ले जाया जा रहा है. यहां उनकी प्लाज़्मा थेरेपी होगी.

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नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के फेफड़े में इंफेक्शन बढ़ने के बाद शुक्रवार को उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है. जैन ने बुधवार को जानकारी दी थी कि कोविड-19 से जुड़ा उनका टेस्ट पॉज़िटिव आया है. गृहमंत्री अमित शाह ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.

ताज़ा जानकारी के मुताबिक ऑक्सजीन की ज़रूरत पड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स हॉस्पिटल में ले जाया जा रहा है. यहां उनकी प्लाज़्मा थेरेपी होगी.

गृहमंत्री शाह ने जैन के स्वस्थ होने की कामना से जुड़े एक ट्वीट में लिखा, ‘कोविड-19 संक्रमण से लड़ रहे दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थन करता हूं.’ दिल्ली सरकार में अब तक दो बड़े चेहरे कोविड-19 का शिकार हो चुके हैं.

सत्येंद्र जैन के अलावा दिल्ली के कालकाजी से आम आदमी पार्टी (आप) की अतिशी मार्लेना भी कोविड- 19 पॉज़िटिव पाई गईं. आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली की शिक्षा में व्यापक बदलाव में अहम भूमिका निभाने के लिए मशहूर आतिशी का कोविड- 19 टेस्ट बुधवार को पॉज़िटिव पाया गया था.

इसके अलावा जैन का पहला टेस्ट निगेटिव आया था. हालांकि, दूसरे टेस्ट में वो पॉजिटिव पाए गए. इन सबके पहले 8 जून को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल में भी कोविड के लक्षण पाए गए. हालांकि, राहत की बात ये रही की उनका टेस्ट निगेटिव पाया गया.

दिल्ली में बढ़ते कोविड-19 के मामले,  केंद्र ने ली अपने हाथ में कमान

दिल्ली में कोविड-19 के मामले भायनक रूप से बढ़ रहे हैं. बृहस्पतिवार रात जारी किए गए सबसे ताज़ा बुलेटिन के मुताबिक दिल्ली में बुधवार से बृहस्पतिवार के बीच कोविड- 19 के कुल 2877 मामले सामने आये और इसी अवधि में 65 लोगों की मौत हो गई. ये दिल्ली में 24 घंटे में रिकॉर्ड की गई कोविड-19 इंफेक्शन और मौत की सबसे बड़ी संख्या है.

फ़िलहाल, दिल्ली में कोविड-19 के कुल मामले 49,979 हैं. जिस रफ़्तार से मामले बढ़ रहे हैं, शुक्रवार के बुलेटिन को लेकर ऐसी आशंका है कि दिल्ली में मामले 50,000 के पार चले जाएंगे. राहत की बात ये है कि लोग तेज़ी से ठीक भी हो रहे हैं और बुधवार से बृहस्पतिवार के बीच ठीक हुए लोगों की संख्या 3,884 है.

वहीं, अबतक दिल्ली में कोविड-19 से कुल 21,341 लोग ठीक हुए हैं. अब तक 1969 लोगों को अपनी जानें गंवानी पड़ी है. यहां कुल एक्टिव मामलों की संख्या 26,669 है. ऐसे हालात के बीच सुप्रीम कोर्ट ने 12 जून को भी दिल्ली के हालात को बेहद ख़राब बताते हुए केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई.

दिल्ली में ऐसी बेहद भयावह स्थिति को देखते हुए केंद्र ने शहर की कमान अपने हाथों में ले ली है. इसे लेकर रविवार को एक बैठक हुई जिसमें गृहमंत्री शाह के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल शामिल हुए.

बैठक में दिल्ली में टेस्टिंग तीन गुना तक बढ़ाने, बेड्स की संख्या बढ़ाने और बेड की कमी पूरी करने के लिए रेलवे कोच देने जैसे निर्णय लिए गए. इसके अगले दिन यानी 15 जून को शाह ने दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) का दौरा किया.

एलएनजेपी में डॉक्टरों की कमी की समस्या से लेकर वहां मरीज़ों को बेड नहीं मिलने जैसी अब तक कई नकारात्मक ख़बरें आई हैं. 12 जून वाली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने एलएनजेपी को भी फटकाई लगाई थी. एलएनजेपी दिल्ली सरकार का सबसे बड़ा कोविड-19 डेडिकेटेड अस्पताल है.

हालांकि, केंद्र के हस्ताक्षेप के बाद दिल्ली के हालात पहले से थोड़े बेहतर नज़र आ रहे हैं. यहां पहले की तुलना में टेस्टिंग बढ़ने के साथ सस्ती भी हुई है और अब लोग 2400 रुपए में अपना टेस्ट कर सकते हैं. इसके अलावा रैपिड एंटीजेन टेस्ट की भी शुरुआत हुई है. दिल्ली सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इसके नतीजे 15 मिनट में आ जाते हैं.

बढ़ते केस लोड और बेड्स की कमी से जूझ रही दिल्ली के छतरपुर स्थित राधा स्वामी सत्संग बीस मैदान को 10,000 बेड वाले कोविड केयर सेंटर में तब्दील कर दिया गया है. सीएम केजरीवाल द्वारा एक ट्वीट के माध्यम से दी गई जानकारी के मुताबिक यहां बेड्स एक छोटा हिस्सा ऑक्सीजन सपोर्ट से भी लैस होगा.

सरकार की अलोचना इस बात को लेकर हो रही है कि स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने का जो काम अभी किया जा रहा है वो लॉकडाउन के दौरान क्यों नहीं किया गया. वहीं, कोविड-19 से सिर्फ़ दिल्ली की स्थिति भयावह नहीं हैं. पिछले 24 घंटो में भारत में कुल 13,586 नए मामले आए हैं.

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