नई दिल्ली: राज्य सभा की 24 सीटों के लिए 10 राज्यों में चुनाव हो रहे हैं. चुनाव आयोग ने एक जून को इन चुनावों की घोषणा की थी. आज शाम ही इसके नतीजे भी घोषित किए जाएंगे.
मेघालय, झारखंड, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत अन्य कई राज्यों में मतदान जारी है. आयोग ने जारी अधिसूचना में कहा था कि शुक्रवार 19 जून को सुबह 9 बजे से लेकर शाम 4 बजे के बीच चुनाव होंगे.
मेघालय की एक राज्य सभा सीट के लिए मतदान जारी है. झारखंड की दो राज्य सभा सीटों पर रांची स्थित विधानसभा में भी मतदान हो रहा है.
भाजपा विधायक बीरांची नारायण ने कहा कि स्वतंत्र विधायक सरयू राय और अमित यादव ने भाजपा को अपना समर्थन दिया है और हमें दो और अन्य विधायकों के समर्थन की उम्मीद है. 32 वोटों के साथ दीपक प्रकाश को राज्य सभा भेजने की हमें उम्मीद है.
मध्य प्रदेश की तीन राज्य सभी सीटों पर मतदान जारी है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि एक सीट हम जीतेंगे.’ शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ ने राज्य विधानसभा जाकर मतदान किया.
राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मतदान
राजस्थान से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मतदान शुक्रवार को हो रहा है. राज्य विधानसभा में सुबह नौ बजे मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई जो शाम चार बजे तक चलेगी उसके बाद मतगणना होगी.
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सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी भाजपा ने अपनी अपनी पार्टियों और उनको सर्मथन दे रहे विधायकों को अलग अलग होटलों में रुकवा रखा था. ये सभी विधायक अलग अलग बसों से विधानसभा पहुंचे और मतदान किया.
अधिकारियों के अनुसार चार बजे तक मतदान होगा. उसके बाद मतगणना होगी.
मतदान के दौरान कोरोनावायरस महामारी के दृष्टिगत सैनिटाईजेशन, सामाजिक दूरी सहित अन्य विशेष प्रबंध किये गए. कांग्रेस ने के सी वेणुगोपाल और नीरज डांगी को मैदान में उतारा है जबकि भाजपा ने राजेन्द्र गहलोत और ओंकार सिंह लखावत को उम्मीदवार बनाया है.
गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मतदान
गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों के लिए मतदान हो रहा है. यहां कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है क्योंकि दोनों ही पार्टियों में से किसी के पास भी पूर्ण संख्या नहीं है.
भाजपा ने चार सीटों के लिए तीन उम्मीदवार उतारे हैं, वहीं कांग्रेस ने दो उम्मीदवारों को टिकट दिया है. भाजपा यहां अपनी संख्या के मुताबिक दो सीटों पर आसानी से जीत सकती है जबकि कांग्रेस को भी एक सीट मिल सकती है लेकिन चौथी सीट के लिए दोनों पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला है. दोनों ही पार्टियों ने उम्मीद जताई है कि उनके सभी उम्मीदवार राज्यसभा चुनाव जीत जाएंगे.
भाजपा ने अभय भारद्वाज, रमीला बारा और नरहरि अमीन को उतारा है जबकि कांग्रेस की तरफ से शक्ति सिंह गोहिल और भरतसिंह सोलंकी मैदान में हैं.
चुनाव आयोग ने चुनाव से जुड़ी विस्तृत तैयारी की है क्योंकि यह चुनाव कोरोना वायरस महामारी के बीच में आयोजित किया जा रहा है.
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यहां विधायकों के शरीर के तापमान जांच की जा रही है. उनके लिए मास्क पहनना और सामाजिक दूरी का पालन करना अनिवार्य है. जिन विधायकों को बुखार या अन्य लक्षण हैं, उनके लिए अलग प्रतीक्षा कक्ष बनाया गया है. पहले कांग्रेस के एक विधायक और भाजपा के तीन विधायक इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं लेकिन वे सभी अब स्वस्थ हैं.
संख्या के हिसाब से प्रत्येक उम्मीदवार को चुनाव जीतने के लिए 35 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी. भाजपा के पास 103 विधायक हैं. कांग्रेस के पास 65, भारतीय ट्राइबल पार्टी के पास दो, राकांपा के पास एक सीट है, वहीं एक सीट निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी की है.
हालांकि 182 सदस्यीय सदन में अभी सिर्फ 172 सदस्य हैं क्योंकि 10 सीट खाली हैं जिनमें से आठ कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे की वजह से और दो अदालत में मामलों की वजह से खाली हैं. वोटों की गिनती शाम पांच बजे से होगी.
मध्य प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के लिये मतदान
मध्य प्रदेश से राज्यसभा की तीन रिक्त सीटों के लिये मतदान शुक्रवार सुबह नौ बजे से विधानसभा परिसर में शुरू हुआ. भाजपा विधायक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ और कांग्रेस के विधायक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ मतदान करने विधानसभा परिसर में पहुंचे हैं.
मतदान शुरू होने के बाद पहला मत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डाला उसके बाद प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मतदान किया.
मतदान के लिये सभी विधायक कोरोना महामारी से सावधानी के चलते मास्क पहने शारीरिक दूरी बनाकर कतार में खड़े दिखाई दिये.
मध्य प्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटों के चुनाव के लिये भाजपा ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और वरिष्ठ दलित नेता फूल सिंह बरैया उम्मीदवार हैं. दिग्वियज सिंह दूसरी दफा राज्यसभा में जाने के लिये प्रत्याशी हैं.
मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं तथा फिलहाल 24 सीटें रिक्त होने की वजह से विधानसभा की प्रभावी संख्या 206 है. इसमें भाजपा के 107, कांग्रेस के 92, बसपा के दो, सपा का एक तथा चार निर्दलीय विधायक हैं.
इस स्थिति में राज्यसभा में निर्वाचन के लिए किसी भी उम्मीदवार को 52 मतों की जरुरत होगी.
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इस संख्या बल के हिसाब से भाजपा के दोनों उम्मीदवार यह चुनाव जीतने की अनुकूल स्थिति में हैं . भाजपा के एक नेता ने दावा किया कि बसपा के दो, निर्दलीय दो और सपा के एक विधायक के समर्थन के साथ भाजपा के पास कुल 112 विधायकों का समर्थन हासिल है.
मध्य प्रदेश विधानसभा की कुल 230 सीटों में से वर्तमान में 24 सीटें खाली हैं. मार्च माह में ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद उनके 22 समर्थक विधायक भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गये. इससे प्रदेश में 15 माह पुरानी कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गयी.
विधायकों की संख्या के आधार पर कांग्रेस एक सीट जीतने की स्थिति में दिखाई दे रही है.