नई दिल्ली: राज्यसभा चुनावों से ठीक पहले गुजरात में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. 19 जून को चार सीटों के लिए होने वाली वोटिंग से पहले दो विधायकों ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. हाल ही में दोनों विधायकों ने राज्य के सीएम विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल से मुलाकात की थी. जिसे उन्होंने कोरोना को लेकर एक सामान्य चर्चा बताया था. इससे पूर्व मार्च में भी कांग्रेस पांच विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
इस मामले में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने ट्वीट कर गुजरात सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा गुजरात सरकार ने राज्य की जनता को वैश्विक महामारी के बीच छोड़ दिया है. लेकिन राज्ससभा चुनावों में हार्स ट्रेडिंग में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
गुजरात राज्य विधानसभा के स्पीकर राजेंद्र त्रिवेदी के अनुसार, दो कांग्रेस विधायक अक्षय पटेल और जीतू भाई चौधरी ने अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है. दोनों के इस्तीफे स्वीकार हो गए हैं.
अक्षय पटल राज्य की करजन सीट और जीतू भाई चौधरी कपराडा सीट से विधायक हैं. ये दोनों ही कांग्रेस पार्टी के संपर्क में नहीं बताए जा रहे हैं.
Two MLAs Akshay Patel and Jitu Bhai Chaudhary (both from Congress) have resigned voluntarily from the post of MLA and I have accepted it: Rajendra Trivedi, Gujarat Assembly Speaker pic.twitter.com/nKqSeRgafo
— ANI (@ANI) June 4, 2020
हाल ही में चुनाव आयोग ने 7 राज्यों की 18 राजयसभा सीटों के लिए चुनावों की तारीखों की घोषणा कर दी है. इनमें से चार सीटें गुजरात राज्य की भी हैं. इन सभी पर 19 जून को मतदान होगा.
भाजपा ने रमीला बारा, अभय भारद्वाज और नरहरी अमीन को मैदान में उतारा है. अमीन को पार्टी ने अपना तीसरा उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी को अपना उम्मीदवार बनाया है.
गुजरात की भाजपा सरकार के पास इस आपदा की घड़ी में भी गुजरात की स्वास्थ्य सुविधा बेहतर करने के लिए पैसे नहीं हैं, किन्तु विधायकों की खरीद फरोख्त के लिए पैसे हैं। भाजपा की प्राथमिकता सिर्फ सत्ता है, लोगों के कष्ट दूर करना नहीं।
— Rajeev Satav (@SATAVRAJEEV) June 4, 2020
इस पर गुजरात के प्रभारी राजीव सातव और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने ट्टीट कर कहा कि राज्यसभा चुनावों को देखते हुए विधायकों हार्स ट्रेडिंग शुरू कर दी है.
Isn’t Gujarat government the only one in the world where:
1) Government has abandoned people in the middle of a global pandemic?
2) Refused to fund train fare for poor migrants?
3) But leaves no stone unturned to fund horse-trading activities for a Rajya Sabha election ?
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) June 4, 2020
गुजरात में सत्ताधारी भाजपा के पास 103 विधायक हैं, वहीं कांग्रेस पार्टी के पास 68 सदस्य हैं. इसके अलावा भारतीय ट्राइबल पार्टी के पास दो और एनसीपी का एक विधायक है. राज्यसभा की एक सीट पर जीत हासिल करने के लिए 35.01 वोट की आवश्यकता होती है. अभी तक कांग्रेस पार्टी के पास एक निर्दलीय और दो भारतीय ट्राइबल पार्टी के साथ कुल 71 का संख्याबल था. जिससे वो दो सीटों पर आसानी से जीत हासिल कर सकती थी लेकिन 2 विधायकों के इस्तीफे के बाद एक ही सीट पर जीत हासिल कर सकेगी. विधायकों के इस्तीफे के बाद दूसरी सीट पर मुश्किलें बढ़ गई हैं. अब कांग्रेस पार्टी के 66 विधायक हैं.
इधर, सत्ताधारी भाजपा को तीन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए अब 106 विधायकों की आवश्यकता पड़ेगी. ऐसे में भाजपा को अपने तीनों प्रत्याशियों को जिताने के लिए 3 वोटों की आवश्यकता पड़ेगी.
गौरतलब है कि 2017 के राज्यसभा चुनाव में भी भाजपा ने गुजरात में एक अतिरिक्त उम्मीदवार उतारकर कांग्रेस नेता अहमद पटेल की सीट को फंसा दिया था. उस दौरान भी कांग्रेस के छह विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. एक वोट निरस्त होने के चलते पटेल अपनी सीट बचा सकते थे. कांग्रेस पार्टी को एक सीट के लिए सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग तक लड़ाई लड़नी पड़ी थी.