नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनौतियों से जूझ रहे सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों (एमएसएमई) की मदद करने तथा उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी (चैंपियन) बनाने के लिये सोमवार को प्रौद्योगिकी मंच ‘चैंपियन्स’ की शुरुआत की.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि उन्होंने चैंपियन्स यानी क्रियेशन एंड हार्मोनियस एप्लीकेशन ऑफ मॉर्डन प्रोसेसेज फॉर इंक्रीजिंग दी आउटपुट एंड नेशनल स्ट्रेंथ नाम के पोर्टल को शुरू किया. इस मौके पर उनके साथ भूतल परिवहन एवं एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे.
बयान में कहा गया कि यह पोर्टल एमएसएमई की छोटी-छोटी इकाइयों की हर तरह से मदद कर उन्हें चैंपियन बनायेगा. यह का पहला ऐसा पोर्टल है, जिसे भारत सरकार की मुख्य केन्द्रीकृत लोक शिकायत निवारण और निगरानी प्रणाली (सीपी ग्राम्स) से जोड़ा गया है. इससे शिकायतों को निपटाने की व्यवस्था तेज होगी.
बयान के अनुसार, पोर्टल को कृत्रिम मेधा (आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस), डेटा एनालिटिक्स और मशीन लर्निंग से लैस किया गया है. इससे कारोबारियों की शिकायत के बिना भी उनकी समस्या निपटायी जा सकेगी.
बयान के अनुसार, चैंपियन्स पोर्टल के जरिये एमएसएमई क्षेत्र की कई तरह की समस्याओं व शिकायतों का निवारण किया जायेगा. कोरोना वायरस महामारी के दौरान पूंजी की कमी, श्रमशक्ति की किल्लत, जरूरी अनुमतियों जैसी समस्याएं इस पोर्टल के माध्यम से निपटाई जा सकेंगी.
इसके लिये यहां एमएसएमई सचिव के कार्यालय में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. इसके अलावा देश भर में विभिन्न राज्यों में 68 स्थानीय नियंत्रण कक्ष बनाये गये हैं जो पोर्टल से जुड़े हुए हैं.
इस पोर्टल की शुरुआत के साथ ही सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि कोई भी फाइल (आवेदन) 72 घंटे से ज्यादा समय तक उनके पास ना रहें.
यह पोर्टल एमएसएमई को व्यक्तिगत सुरक्षा परिधान (पीपीई), मास्क जैसे चिकित्सा उपकरणों के विनिर्माण समेत अन्य नये अवसरों की भी जानकारी देगा. पोर्टल विनिर्मित वस्तुओं की राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आपूर्ति में भी एमएसएमई की मदद करेगा.