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Thursday, 21 November, 2024
होममत-विमतपाकिस्तानी ना केवल कोरोनावायरस से डर रहे हैं बल्कि 'कर्नल की बीवी' से भी

पाकिस्तानी ना केवल कोरोनावायरस से डर रहे हैं बल्कि ‘कर्नल की बीवी’ से भी

भयानक गालियां देते हुए, अफसरों को नीचा दिखाते हुए और उन्हें गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी देते हुए, कर्नल की बीवी बार-बार कहती रही कि वो उससे महान कोई नहीं है.

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ख़ैबर पख़्तूनख्वाह के हज़ारा एक्सप्रेसवे पर ड्राइव करते हुए, गुलाबी पोशाक पहने एक लेडी को ग़ुस्सा आ गया, जब एक पुलिस ऑफिसर ने दूसरी गाड़ियों के साथ, उनकी गाड़ी को रोकने की भी जुर्रत कर दी. बाहर निकलकर ग़ुस्से में दनदनाते हुए, उन्होंने अपना परिचय कर्नल की बीवी कहकर कराया. उस लमहे, समय रुक सकता था. लेकिन कर्नल की बीवी के ग़ुस्से को कौन रोक सकता था?

गालियां देते हुए, अफसरों को नीचा दिखाते हुए और उन्हें गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी देते हुए, वो इस बात को दोहराती रहीं कि उनसे महान कोई नहीं है, यहां तक कि कानून भी नहीं. सूबेदार की म**, मैं कर्नल की बीवी हूं, वो कुत**या का बच्चा, उसको बुलाओ मैं उसकी वर्दी उतरवाती हूं. उस वक्त वो पाकिस्तान की सबसे ताकतवर इंसान लग रहीं थीं. वो कार से बाहर निकलीं, बैरिकेड्स को धक्का दिया, और अपने ड्राइवर को हुक्म दिया कि उस अधिकारी के ऊपर गाड़ी चढ़ा दे. बात वहीं खत्म नहीं हुई. एक समय तो उन्होंने ऑफिसर से कहा मैं आपको धक्का दूंगी. उन्हें यकीनन बीवी नम्बर वन का खिताब दिया जा सकता था.

ऑफिसर तो सब्र के साथ खामोशी से खड़ा रहा, लेकिन उसके साथी ने एक वीडियो रिकॉर्ड कर ली और बाद में उसे सार्वजनिक कर दिया, और साथ ही एक शिकायत भी दर्ज करा दी. वीडियो की ताकत़ शब्दों से ज़्यादा होती है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा ने घटना का संज्ञान लिया, और बीवी की ‘बदतमीज़ी’ को लेकर कर्नल को फटकार लगाई. लेकिन आईएसपीआर में सेना प्रमुख के प्रवक्ता की ओर से, इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया.

कर्नल की बीवी को कौन ‘रोके’

अगर आपको लगता है कि पाकिस्तान में एक ही कर्नल की बीवी है, तो आप बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं. दरअसल, कर्नल की बीवी कोई इंसान नहीं है, ये उस हकदारी का ठाठ है जो इस मुल्क में बहुत लोगों के पास है. एक ऐसी मानसिकता जिसमें ताकतवर लोगों को लगता है कि वो उन लोगों का शोषण कर सकते हैं, जिनकी समाज में कोई ताकत नहीं है, और ये अकसर वीवीआईपी कल्चर का हिस्सा है. पाकिस्तान के कर्नल की बीवी का भारतीय समकक्ष है: जानता नहीं मेरा बाप कौन है?


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उन्हें लगता है कि किसी चेक नाके पर रोका जाना उनकी तौहीन है. कानून का पालन करना उनकी शान के ख़िलाफ है. पाकिस्तान में ताकतवर लोग कुछ अलग ही कानूनों का पालन करते हैं, जो किसी अलिखित किताब से हैं.

इस मामले में बीवी का किसी संस्था के साथ जुड़ाव, लोगों के लिए एक बहाना बन गया, हुकूमत के खिलाफ़ अपनी शिकायतों को आवाज़ देने का. इससे कोई फर्क़ नहीं पड़ता कि जनरल मुशर्रफ़ को राज-द्रोह के लिए सज़ा नहीं दी जा सकती. कर्नल साहब की कलाई पर थपकी को ही, हम एक बड़ी जीत मान लेंगे. ओह! ये है नागरिक वर्चस्व का हमारा विचार.

कुछ नागरिक भी कर्नल होते हैं, उन्हें किसी बैज या ख़िताब की ज़रूरत नहीं होती. अतीत में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ की नेता, शीरीन मज़ारी और उज़्मा कारदार ने भी, जो ख़ुद एक रिटायर्ड कर्नल की बीवी हैं, अपनी कर्नल की बीवी हूं साइड का मुज़ाहिरा किया.

पहले के संघीय रूप से प्रशासित जनजातीय क्षेत्र (फाटा) में, महिलाओं को घंटों लम्बी लाइनों में खड़े रहना पड़ता है, जबकि कर्नल की बीवी अधिकारियों को नीचा दिखाते हुए, आगे बढ़ जाती है. पाकिस्तान की टू-नेशन थ्योरी का ये एक स्थानीय रूप है.

पाकिस्तान में बन रहे मीम्स

लेकिन आप ज़्यादा देर तक कर्नल की बीवी की आलोचना नहीं कर सकते. उन्हें श्रेय भी देना होता है. कोरोनावायरस के इन मुश्किल दिनों में कर्नल की बीवी ने, हमें मीम्स का एक पूरा खज़ाना दे दिया है.

घर में रहिए, सुरक्षित रहिए, अब और भी अहम है क्योंकि सड़कों पर कर्नल की बीवी घूम रही है. खतरा वास्तविक है.

तुम ब्लडी सिविलियंस, यही रवैया होता है कर्नल की बीवी का, जिसे लगता है कि जो लोग सेना में हैं, और जो उसके बाहर हैं, उनके बीच मालिक और गुलाम का रिश्ता होता है.


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कहा जा रहा है कि वायरल वीडियो में कर्नल की बीवी का रोल बिल्कुल वैसा ही है, जैसा देश को चलाने में इमरान खान का है.

लोग कहते हैं कि कर्नल साहेब की हालत सच में खराब है. जिस आज़माइश से वो गुज़र रहे हैं, वो उन्हें एक निशान-ए-हैदर दिला सकता है. कौन जाने.

कर्नल की बीवी ने जब उनकी ताक़त का दुरुपयोग किया, तो उन्होंने अपनी मां को फोन करके इसकी इत्तिला दी.

लेकिन बिना कुछ तकलीफ सहे, कुछ मिलता नहीं है. कर्नल की बहुत मांग है. कप्तान और मेजर को छोड़िए, कर्नल अब नया जनरल है.

और आईएसपीआर के ड्रामे एहद-ए-वफ़ा को मत भूलिए. पाकिस्तानियों ने बहुत तेज़ी दिखाई है अस्ली कर्नल की बीवी, और टीवी सोप में दिखाई गई कर्नल की बीवी की तुलना करने में. ज़िंदगी इसी तरह अस्ल ज़िंदगी की नक़ल करती है.

कर्नल और उसकी बीवी पर एक और टेक था.

कैसे भी करके वो अपना रास्ता बना ही लेंगी, इसलिए बेहतर है कि हम ही कर्नल की बीवी को रास्ता दे दें.

उन सब लोगों का, जिन्होंने कर्नल और उनकी बीवी के बारे में बात करने की जुर्रत की है, एक स्पेशल वीगो राइड इंतज़ार कर रही है. एक कार राइड जो आपको ‘गायब’ कर देगी. क्या हमारे लिए देर हो चुकी है?

(लेखिका पाकिस्तान की एक स्वतंत्र पत्रकार हैं. उनका ट्विटर हैंडल @nailainayat है. व्यक्त विचार उनके निजी हैं)

(इस लेख को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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