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Friday, 22 November, 2024
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विश्व पासवर्ड दिवस पर जानें कि कैसे डेटा को सुरक्षित रखें और हैकर्स से बचें

ब्रिटिश स्टैण्डर्ड इंस्टीट्यूशन द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, एक पासवर्ड में कम से कम 10 अक्षर होने चाहिए, जिसमें अपरकेस और लोअरकेस अक्षर के साथ-साथ संख्याएं भी शामिल हों.

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नई दिल्ली: कोरोनवायरस महामारी के बीच लाखों लोग घर से काम कर रहे हैं और डिजिटल तकनीक का उपयोग पहले से ज्यादा कर रहे हैं. ऐसे में मजबूत पासवर्ड के महत्व को नकारा नहीं जा सकता है. एक मज़बूत पासवर्ड आपके डेटा, संपत्ति और यहां तक कि व्यवसायों की रक्षा करने में मदद कर सकता है. आज विश्व पासवर्ड दिवस है, जो मई महीने के पहले गुरुवार को मनाया जाता है.

सुरक्षा शोधकर्ता मार्क बर्नेट ने 2005 में पहले लोगों को अपने पासवर्ड अपडेट करने के लिए एक दिन तय रखने का सुझाव दिया था. 2013 में इंटेल सिक्योरिटी ने इस विचार को आगे बढ़ाया और विश्व पासवर्ड दिवस की घोषणा की.

अधिक से अधिक उपकरणों के इंटरनेट से जुड़े होने के कारण साइबर सुरक्षा से जुड़े खतरे काफी हैं. व्यक्तिगत जानकारी संग्रहीत करने वाले बैंक से लेकर क्लाउड खातों तक, आज की दुनिया में सब कुछ डिजिटल और आपस में जुड़ा हुआ है.

कई लोग सुविधा के लिए कई खातों के लिए एक ही पासवर्ड का उपयोग करते हैं. लेकिन यह खतरनाक है और हैकर्स को व्यक्तिगत जानकारी तक पहुंचा सकता है. हैक किए गए पासवर्ड से डेटा और वित्तीय नुकसान के जोखिम के साथ-साथ पहचान की चोरी भी हो सकती है.

तो हम कैसे सुनिश्चित करें कि हमारे पासवर्ड मजबूत हैं?

क्या है एक मजबूत पासवर्ड

ब्रिटिश स्टैण्डर्ड इंस्टीट्यूशन द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, एक पासवर्ड में कम से कम 10 अक्षर होने चाहिए, जिसमें अपरकेस और लोअरकेस अक्षर के साथ-साथ संख्याएं भी शामिल हों. इसके अलावा, एक अच्छा लम्बा पासवर्ड एक अच्छा पासवर्ड माना जाता है.

व्यक्तिगत जानकारी जैसे कि एक पता, एक उपनाम, पति/पत्नी का नाम, अपने पालतू जानवर का नाम, पसंदीदा फुटबॉल टीम, जन्म की तारीख आदि का उपयोग करने से बचना चाहिए. इन तक आसानी से पहुंचा जा सकता है.

लोगों को एक ‘पासफ़्रेज़’ का उपयोग करने पर विचार करना चाहिए जिसे आसानी से भुलाया नहीं जा सकेगा और अलग अलग चीज़ों का ज़िक्र हो, जिसके बारे में आपके अलावा किसी और को जानकारी ना हो.

कई खातों में एक ही पासवर्ड का उपयोग न करें और जहां संभव हो, मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (एमएफए) और बायोमेट्रिक्स (जैसेकि टच आईडी, फेस आईडी या फ़िंगरप्रिंट मैनेजर्स) का उपयोग करें.

लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर संकेत दिए जाने पर ऑटो-सेविंग पासवर्ड के आप्शन से बचना चाहिए.

किसी डिवाइस या नोटबुक पर पासवर्ड न लिखें और पासवर्ड फ़ाइल को एन्क्रिप्ट करने पर विचार करें, जिससे पासवर्ड क्लाउड में रह सके. आपका क्लाउड हैक होने पर ये आपके सारे खतों की जानकारी हैकर को दे सकता है.

इन सुझावों का उपयोग करते हुए आप ऑनलाइन पासवर्ड धोखाधड़ी से खुद को बचा सकते हैं, तो इंतज़ार किस बात का? जाइए और अपने पासवर्ड को फिर से देखें.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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