लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता अमरमणि त्रिपाठी के बेटे व महाराजगंज के नौतनवा सीट से विधायक अमनमणि त्रिपाठी विवादों में घिर गए हैं. उन पर सीएम योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट के पितृ कार्य के नाम पर पास बनवाकर घूमते हुए लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोप में रविवार को एफआईआर दर्ज की गई. वहीं सोमवार शाम उन्हें बिजनौर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दरअसल अमनमणि 11 लोगों के काफीले के साथ देहरादून से बदरीनाथ जा रहे थे. रास्ते में चमोली बाॅर्डर पर उन्हें रविवार रात रोक लिया गया. स्थानीय मीडिया में ये मामला आते ही यूपी से लेकर उत्तराखंड प्रशासन में तहलका मच गया.
यूपी के सीएम ऑफिस की ओर से सोमवार को जारी बयान में आनन-फानन में कहा गया है कि इस मामले का सीएम योगी और सरकार से कोई लेना देना है. न ही कोई पास बनाया गया है. अमनमणि इस कृत्य के लिए खुद जिम्मेदार हैं. बिजनौर पुलिस की ओर से जारी बयान में अमनमणि व उनके साथियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की गई है.
दरअसल अमनमणि हर जगह एक पास दिखाकर आगे बढ़ रहे थे जिसमें तीन कारों के नंबर और 11 लोगों को यात्रा की अनुमति थी. ये पास तीन राज्यों के लिए था लेकिन पुलिस ने इन्हें उत्तराखंड के चमोली बाॅर्डर और कर्णप्रयाग के बीच ही रोक लिया. इस दौरान अमनमणि व उनके साथियों की पुलिस से कहा सुनी भी हुई. कर्णप्रयाग के एसडीएम वैभव गुप्ता ने स्थानीय मीडिया से इसकी पुष्टि भी की.
वहीं उत्तराखंड के एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने दिप्रिंट को बताया कि अमनमणि व उनके 11 साथियों के खिलाफ धारा 188, 269, 270 व 51 आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. इन पर लाॅकडाउन के उल्लंघन के अलावा तथ्यों को छुपा कर पास बनवाने का आरोप है. फिलहाल पुलिस की एक टीम इस मामले की जांच कर रही है.
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उत्तराखंड पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो अमनमणि ने चेकिंग के दौरान पुलिस अधिकारियों से कहा कि वह यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता के पितृ कार्य के लिये बदरीनाथ धाम जाना चाहते हैं लेकिन तमाम प्रयास के बाद भी प्रशासन ने उन्हें इजाजत नहीं दी बल्कि उनके खिलाफ लाॅकडाउन के उल्लंघन में एफआईआर दर्ज कर ली गई.
बद्रीनाथ, केदारनाथ घूमने की थी तैयारी
दरअसल अमनमणि की ओर से जो पास दिखाया गया उसमें देहरादून से श्रीनगर, श्रीनगर से बद्रीनाथ, बद्रीनाथ से केदारनाथ और फिर केदारनाथ से देहरादून तक का शेड्यूल लिखा था. वहीं पास पर उत्तराखंड के अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश व देहरादून के अपर जिलाधिकारी के सिग्नेचर थे. उत्तराखंड सरकार की ओर से कहा गया है कि पास जारी होने की जांच की जाएगी कि कैसे अमनमणि को ऐसा पास जारी कर दिया गया.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता के क्रिया कर्म में शामिल होने के बहाने निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने बदरीनाथ और केदारनाथ का पास बनवा लिया .देहरादून में उन्हें तीन गाड़ियों के काफीले के साथ रोका गया.
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पत्नी की हत्या का भी है आरोप
अमनमणि महाराजगंज के नौतनवा सीट से विधायक हैं. वहीं उनके पिता अमरमणि और मां मधुमणि इस समय जेल में हैं. लखनऊ की एक लेखिका मधुमिता शुक्ला के हत्या का उन पर आरोप है. अमनमणि ने 2012 में सपा के टिकट पर घरेलू नौतनवा सीट से चुनाव लड़ा लेकिन वो हार गए. उनपर अपनी पत्नी सारा सिंह की हत्या का भी आरोप है. 2017 का चुनाव उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जेल में रहकर ही लड़ा था जिसमें वह जीत गए.
बीजेपी में शामिल होने का कर रहे प्रयास
योगी सरकार बनने के बाद से लगातार बीजेपी में शामिल होने का वह प्रयास कर रहे हैं. इस सिलसिले में उन्होंने कई बार सीएम योगी से मिलने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी. उनका विधानसभा क्षेत्र भी गोरखपुर से करीब है. इस बार तो वह योगी के परिजनों से मिलने की इच्छा से उत्तराखंड चले गए और पिता के पितृ कार्य के बहाने पास भी बनवा लिया जिसे पुलिस ने रद्द करते हुए एफआईआर दर्ज कर लिया. फिलहाल अमनमणि की ओर से कोई बयान नहीं आया है.