नई दिल्ली: देशभर में लॉकडाउन 3 मई तक लागू है. यह आगे बढ़ेगा या नहीं इसे लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है लेकिन सीआईएसएफ और दिल्ली मेट्रो ने रेल सेवा के संचालन की तैयारियां शुरू कर दी हैं. दिल्ली में रोज लाखों की संख्या में लोग दिल्ली मेट्रों में सफर करते हैं. इसे देखते हुए यात्रियों, सुरक्षाकर्मियों और मेट्रो स्टाफ के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए गुरुवार को सीआईएसएफ ने एक गाइडलाइन जारी की है जिसे ध्यान में रखते हुए अब यात्रियों और मेट्रोकर्मियों को काम करना होगा.
नाम ने छापने के अनुरोध पर दिल्ली मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारी ने दिप्रिंट से कहा, ‘सीआईएसएफ की गाइडलाइन जरूर आ गई है लेकिन आज दोपहर तक मेट्रो सेवा कब से चलेगी इस पर अंतिम निर्णय नहीं हो सका है. यह निर्णय दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार को करना है लेकिन फिर भी हम मेट्रो स्टेशन में दो गज की दूरी के नियम को फालों करेंगे. इसके अलावा मेट्रो के डिब्बे में भी लोगों से दो से तीन सीट छोड़कर बैठने का नियम पालन करने को कहा जाएगा. फिलहाल दिल्ली के 60 स्टेशन कोरोना रेड जोन में आते हैं, ऐसे में निर्णय लेने में सरकार की तरफ से देरी हो रही है.’
आरोग्य सेतु एप और फेस मास्क बने मेट्रो में एंट्री के लिए जरूरी
सीआईएसएफ ने गाइडलाइन जारी करते हुए कहा, ‘कोविड-19 महामारी के कारण भारत सरकार ने दिल्ली मेट्रो की सेवाएं प्रतिबंधित कर दी हैं. अब भारत सरकार दिल्ली मेट्रो की सेवाएं यात्रियों के लिए कुछ सीमाओं के साथ फिर शुरू कर सकती है. इसके लिए सीआईएसएफ कर्मियों की भूमिका और जिम्मेदारी कई गुना बढ़ जाती है. ऐसे में मेट्रो संपत्ति, यात्रियों के साथ-साथ खुद को कोविड-19 महामारी से बचाने की जिम्मेदारी है. यह सभी मानक कोविड-19 के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है.’
गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि हर यात्री के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप कंपलसरी होगा या उन्हीं यात्रियों को प्रवेश मेट्रो में दिया जाएगा जिनके फोन में एप इंस्टॉल होगा. इस एप से यह पहचान की जाएगी कि कहीं यह व्यक्ति वायरस से संक्रमित तो नहीं रहा है या फिर यह उस इलाके से तो नहीं आता जो रेड जोन में हो. यही नहीं इसकी महत्ता इसलिए भी बढ़ जाती है कि केवल ई-पास और ग्रीन कोडित या सुरक्षित श्रेणी के व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी.
यात्रा की गाइडलाइन
सीआईएसएफ गाइडलाइन के अनुसार, लॉकडाउन के बाद मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों के लिए अपनी तलाशी के दौरान अपने शरीर से हर प्रकार की धातु की वस्तु को बाहर निकालकर अपने बैग में रखना होगा. यात्रियों के पास अगर बैग नहीं होगा तो उनके लिए ट्रे उपलब्ध करवाई जाएगी. वही व्यक्ति मेट्रो स्टेशन में एंट्री पा सकेगा जिसने अपने चेहरे पर मास्क पहना हुआ होगा. इसके अलावा उसने अपने स्मार्ट फोन में आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड किया होगा.
गाइडलाइन के अनुसार सभी मेट्रो स्टेशन पर कम से कम गेट खुलेंगे. बाकि के सभी गेट बंद रहेंगे. स्टेशन में एक नियंत्रित तरीके से यात्रियों को प्रवेश दिया जाएगा. लोगों को प्रवेश द्वार पर ही रोका जाएगा. एक नियंत्रित तरीके से एक-एक करके यात्रियों को प्रवेश दिया जाएगा. अधिकतम यात्रियों को प्रवेश द्वार पर ही रोका जाएगा और यात्रियों को स्टेशन छोड़ते समय सामाजिक दूरी, 1 मीटर से ज्यादा दूरी का विशेष ध्यान रखना होगा. अगर किसी स्थिति में मेट्रो स्टेशन के बाहर भीड़ ज्यादा हो जाती है तो स्टेशन के बाहर के लोगों पर नियंत्रण रखने के लिए स्थानीय पुलिस अधिकारियों की मदद ली जाएगी.
इसके अलावा मेट्रो परिसर में आने वाले व्यक्तियों की डीएमआरसी कर्मियों द्वारा एंट्री गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. जिन व्यक्तियों का तापमान असामान्य पाया गया या सर्दी, खांसी और फ्लू जैसे लक्ष्णों मिलते हैं तो उन्हें अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा. स्टेशन गेट या उसके अंदर लोगों के लिए सेनेटाइजेशन टनल बनाई जाती है तो यात्रियों को उससे गुजरना अनिवार्य होगा. वहीं यात्रियों को लाइन में लगने के दौरान कम से कम दो मीटर की दूरी का फासला रखना होगा. सुरक्षा जांच के लिए इंतजार कर रहे व्यक्ति के लिए भी 1 मीटर की दूरी अनिवार्य होगी.
संदिग्ध यात्रियों और बैगेज से निपटने के लिए सामान्य स्टेशन पर 6 पीपीई और इंटरचेंज स्टेशनों पर 20 पीपीई किट होंगे. सभी कर्मियों को इसके लिए विशेष तौर पर तैयार किया जा रहा है. कर्मचारियों द्वारा उपयोग में आने वाले सभी उपकरणों को नियमित तौर पर साफ किया जाएगा. मेट्रो परिसर में मौजूद सुलभ शौचालय व अन्य दुकानों को भी रेगुलर तौर पर साफ किया जाएगा.
सुरक्षाकर्मियों के लिए नियम
सुरक्षाकर्मियों के लिए गाइडलाइन जारी करते हुए कहा गया है कि ड्यूटी पूरी होने के बाद वो हर दिन अपनी वर्दी अच्छे तरह से साफ करेंगे. समय-समय पर जारी किए गए वर्दी के नियम का पालन भी करेंगे. ड्यूटी खत्म होने के बाद घर लौटने से पहले व अन्य सदस्यों से बात करने से पहले वर्दी और अन्य उपकरण जरूरी तौर पर साफ करें. वहीं आंख, नाक, मुंह को बिना धुले हाथ से छूने से बचे. संदिग्ध व्यक्ति को छूने के बाद तुरंत हाथ साफ करें. मेट्रो परिसर में बने सीसीटीवी नियंत्रण कक्षों में रिजर्व बल सदस्यों के साथ-साथ रिजर्व पीपीई किट भी रखी जाएं. वहीं प्रयोग में लाई गई किट को सही तरीके से नष्ट भी की जाएं.
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ड्यूटी पर तैनात सीआईएसएफ कर्मचारियों के लिए गाइडलाइन में कहा गया है कि, बार्बर शॉप में बाल काटने की अनुमति नहीं दी जाएगी. हालांकि जिस भी सीआईएसएफ सदस्य के पास अपनी खुद की बाल काटने की किट हो या सभी निवारक उपायों को अपनाते हुए नाइयों से सहायता ले सकता है. सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी कि परिसर में सामाजिक दूरी का पालन हो रहा है या नहीं. हमेशा की तरह मेट्रो स्टेशन पर संवदेनशील स्थानों पर डॉग स्क्वायड की उचित तैनाती की जाएगी. कोई भी सुरक्षाकर्मी किसी भी साथी से हाथ नहीं मिलाएगा या उसे गले नहीं लगाएंगा. कोई भी हाथ के दस्ताने किसी भी सहकर्मी से आदान प्रदान नहीं करेगा. किसी भी व्यक्ति से अनावश्यक चर्चा करने से बचना होगा. कोई भेदभावपूर्ण टिप्पणी नहीं करेगा.
ड्यूटी के बाद बाहर घूमने से बचना होगा. मेट्रों स्टेशन के अंदर लिफ्ट, सीढ़ियों के रैलिंग, मेट्रो के दरवाजे व हैंडल को बिना दस्ताने के छूने से बचना होगा. मेट्रो स्टेशनों के अंदर लिफ्ट का प्रयोग न करें. व्यक्तिगत सामान को कॉटन बैग में रखे. किसी भी प्रकार के आभूषण, घड़ी को पहनने से बचना होगा. दिनभर गर्म पानी पिएं. खुद की पानी की बोतल से ही पानी पिएं. इसके अलावा आयुष मंत्रालय की सलाह अनुसार कम से कम 30 मिनट के लिए ध्यान योगासान रोज करना होगा.
अगर कोई सुरक्षाकर्मी या कर्मचारी ड्यूटी के दौरान अस्वस्थ नजर आता है या कुछ लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत उसे नजदीकी अस्पताल में जांच के लिए भेजा जाएं. एयरपोर्ट की स्क्रीनिंग प्रक्रिया का पालन किया जाएं. जैसे ही संदिग्ध बैग के मामले में यात्री खुद बैग खोले और वस्तु को हटाएं. किसी भी परिस्थिति में कोई भी कर्मचारी किसी भी यात्रियों के शरीर को नहीं छुए. सभी सुरक्षा गैजेट, वॉकी-टॉकी, की-बोर्ड सहित अन्य उपकरण बार-बार साफ किए जाएं.
फिलहाल दिल्ली में कोविड संक्रमण की स्थिति गंभीर बनी हुई है और 60 हॉटस्पाट पर मेट्रो लाइन स्टेशन पड़ते हैं, ऐसे में मेट्रो शूरू करना और उसको सुरक्षित तौर पर चलाना एक चुनौती होगी.