नई दिल्ली: इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने कहा है कि देश में राज्यों को जो रैपिड टेस्टिंग किट बांटे गए हैं, उनमें से एक राज्य से शिकायत आई है. राज्य की शिकायत ये थी कि ये किट ठीक नतीजे नहीं दे रहे हैं. आईसीएमआर ने सभी राज्यों को अगले दो दिनों तक इस किट को इस्तेमाल नहीं करने को कहा है.
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा, ‘राज्यों को जो रैपिट टेस्ट किट का बंटवारा हुआ था उसमें से एक राज्य से इसके जरिए कम डिटेक्शन की शिकायत आई है. इसके बाद हमने तीन राज्यों से बात की और पाया के किट के साथ दिक्कत है.’
उन्होंने कहा कि इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता. अगले दो दिन में हम लोगों को फील्ड में भेजेंगे और शिकायत की जांच करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि राज्यों से अगले दो दिन तक इस किट को इस्तेमाल नहीं करने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि किसी लॉट में दिक्कत है तो उसे बदला जाएगा.
उन्होंने जानकारी दी कि अभी तक भारत में कुल 4,49,810 जांच हुई है, जिसमें से सोमवार को 35,852 जांच हुई इसमें से 29,776 आईसीएमआर नेटवर्क के 201 लैब्स में और 86 प्राइवेट लैब्स में 6076 टेस्ट किए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के उप सचिव लव अग्रवाल ने कहा की सोमवार को कुल 705 लोग ठीक हुए.
एक सवाल के जवाब में गंगाखेड़कर ने कहा कि ये एक नई बीमारी है, पिछले तीन महीने में विज्ञान काफ़ी विकसित हुआ है और पीसीआर टेस्ट विकसित किया. 70 में से 5 वैकसीन ह्यूमन ट्रायल स्टेज में पहुंचे हैं. उन्होंने कहा, ‘इसके पहले किसी बीमारी के मामले में ये कभी नहीं हुआ.’
स्वास्थ्य मंत्रालय के उप सचिव लव अग्रवाल ने ये भी कहा कि राजस्थान के प्रतापगढ़ वो चौथा ज़िला है जिसमें पिछले 28 दिनों से कोई नया मामला सामने नहीं आया है. उन्होंने ये जानकारी भी दी कि अभी तक कुल मामलों की संख्या 18601 है, जिसमें से कुल 3252 लोग ठीक हो गए हैं. इससे देश में ठीक होने का दर 17.48 प्रतिशत हो गया है.
उन्होंने कहा कि 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 61 ज़िलों से पिछले 14 दिन में कोई नया मामला सामने नहीं आया है. इनमें जो चार नए ज़िले जुड़े हैं वो महाराष्ट्र के लातूर, ओसमानाबाद, हिंगोली और वाशिम हैं. लव ने कहा कि राज्यों को ये निर्देश भी दिया गया है कि कैंसर और एचआईवी जैसी बीमारियों से जुड़ी सेवा भी जारी रहनी चाहिए.
कोरोना पर बने चौथे एमपावर्ड ग्रुप के चेयरमैन ने जानकारी दी कि एक हफ्ते पहले दो वेबसाइट बनाई गई हैं. covidwarriors.gov.in पर कोरोना से संबंधित मानव संसाधन की मौजूदगी की जानकारी है. दूसरी वेबसाइट diksha.gov.in कोरोना से जुड़ी ट्रेनिंग से जुड़े मैटेरियल की डिलिवरी और कॉन्टेट की मौजूदगी की जानकारी है.