यह अफ़सोस की बात है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने व्यापक आलोचना और मध्य प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण की चिंताजनक वृद्धि के बाद ही पांच मंत्रियों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया. देरी कर सार्वजनिक स्वास्थ्य से समझौता किया गया क्योंकि उन्होंने राजनीति को प्राथमिकता दी. अब खोए हुए समय की भरपाई करनी चाहिए और संक्रमण फैलने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
महामारी राजनीति का समय नहीं है, ममता और मोदी सरकार भले ही अस्थायी तौर पर ही सही खुद को पीछे खींचना चाहिए
ममता बनर्जी की बंगाल सरकार और केंद्र की कोविड टीम के राज्य के दौरे के बीच झगड़े का यह गलत समय है. महामारी के इस दौर में राजनीति के लिए समय नहीं है, लेकिन यह प्रकरण दोनों के बीच उच्च स्तर के अविश्वास को दिखा रहा है. दोनों को खुद को इस झगड़े से इतर एक साथ काम करने की जरूरत है, भले ही अस्थायी रूप से.