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Friday, 20 September, 2024
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भारत के वो 10 शहर जहां कोविड-19 के आधे से ज्यादा मामले, अहमदाबाद और इंदौर टॉप 5 में

भारत में मामलों की संख्या बढ़ रही है भले ही इसकी रफ्तार धीमी हो. दिप्रिंट उन 10 शहरों का विश्लेषण कर रहा है जहां सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और इस बीमारी को रोकने के उनके प्रयासों की भी.

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नई दिल्ली: भारत में कोरोनावायरस के सोमवार सुबह तक आए 17,265 संक्रमित मामले देश के 10 बड़े शहरों से जुड़े हैं.

दिप्रिंट का विश्लेषण दिखाता है कि मुंबई (2,724), नई दिल्ली (2,003), अहमदाबाद (1,109), इंदौर (890), पुणे (591), जयपुर ( 535), हैदराबाद (337), चेन्नई (285), सूरत (242) और आगरा (242) सभी को मिलाकर देश में 8,958 संक्रमित मामले होते हैं.

देश में हॉटस्पाट या रेड जोन की तरह चिन्हित किए गए 170 जिलों में से ज्यादातर मुंबई, दिल्ली, पुणे, बंगलुरु और हैदराबाद शहर से हैं.

इन क्षेत्रों में संक्रमित लोगों की बढ़ी संख्या का कारण यहां विदेशों से आने वाले लोगों की तादात ज्यादा है और ज्यादा टेस्टिंग की सुविधा भी.

हालांकि अच्छी टेस्टिंग सुविधा के बावजूद भी प्रशासन के सामने कोरोनावायरस के फैलाव को रोकने की चुनौती है. चूंकि छोटे जिलों में जो रणनीति कारगर साबित हुई वो ज्यादा आबादी वाले इन क्षेत्रों में काम नहीं कर रही हैं खासकर झुग्गी बस्तियों में.

भारत में मामलों की संख्या बढ़ रही है भले ही इसकी रफ्तार धीमी हो. दिप्रिंट उन 10 शहरों का विश्लेषण कर रहा है जहां सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और इस बीमारी को रोकने के उनके प्रयासों की भी.

मुंबई

महाराष्ट्र की राजधानी सबसे बुरी तरह प्रभावित शहरों में से है जहां पूरे राज्य में दर्ज किए गए 4,200 मामलों में से 2,724 अकेले मुंबई में सामने आए हैं. लगातार बढ़ रहे मामलों के कारण 16 अप्रैल तक राज्य में 35,085 टेस्ट किए जा चुके हैं. राज्य में अब तक कुल 223 लोगों की मौत हुई है जिनमें से अकेले मुंबई में 132 लोग हैं जो शहर की सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा की हकीकत को उजागर करती है.

टेस्टिंग और भर्ती में देरी के कारण आधे मामलों में लोगों की मौत हुई है.


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एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी धारावी में 100 से ज्यादे मामले सामने आए हैं और शहर के दूसरी झुग्गियों में भी संक्रमित लोगों की तादाद बढ़ रही है.

मुंबई बृह्नमुंबई नगर निगम ने 438 जगहों को कंटेनमेंट जोन बनाया है जो देश में सबसे ज्यादा है.

छानबीन और आलोचना का सामना करते हुए, 12 अप्रैल को शहर के नगर निगम ने राष्ट्रीय दिशानिर्देशों के खिलाफ जाते हुए पुष्ट मामलों के स्पर्शोन्मुख संपर्कों का परीक्षण नहीं करने का फैसला किया.

प्रशासन ने हवाला दिया कि मौजूदा परीक्षण किट का पूरी तरह से उपयोग नहीं किया गया था. यह भी तय हुआ कि बिना ऑडिट के कोविड-डेथ के रूप में कोई भी मृत्यु दर्ज नहीं की जाएगी.

नई दिल्ली

देश की राजधानी 2,003 संक्रमित मामलों और 45 मौतों के साथ दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित शहर है. दो हजार से ज्यादा मामलों वाला भी दिल्ली दूसरा शहर है. हालांकि 16 अप्रैल तक यहां केवल 18,784 टेस्ट ही हुए हैं जो कि मुंबई के आंकड़ों से आधे हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक दिल्ली के 63 प्रतिशत मामलों का संबंध मार्च में निजामुद्दीन में हुए तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम से है.

दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए शहर के 76 इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि शनिवार को राज्य में 42 हजार रैपिड टेस्टिंग किट्स आए हैं जिसका इस्तेमाल इन कंटेनमेंट क्षेत्रों में किया जाएगा.

अहमदाबाद

गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 1,109 है वहीं पूरे राज्य में कुल 1743 मामले सामने आए हैं जिनमें 29 लोगों की मौत भी हुई है. रविवार को ही 140 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. इनमें से ज्यादातर शहर के पुराने इलाकों में बसी झुग्गियों से आए हैं जिसके बाद प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं.

यहां तक की अहमदाबाद में 16 पुलिस अधिकारी भी संक्रमित हो गए हैं. इसी बीच शहर के एसवाईपी अस्पताल को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की तरफ से भी प्लाजमा थेरेपी के लिए मंजूरी मिल गई है. यहां ठीक हुए कोरोना मरीजों का प्लाजमा कोरोना से संक्रमित मरीजों में चढ़ाया जाएगा. अस्पातल ने दावा किया है कि ठीक हुए मरीज से उसने इसके लिए इजाजत ले ली है.

इंदौर

देश का सबसे साफ शहर भी कोविड-19 का हॉटस्पाट बन गया है. यहां 880 संक्रमित मामले सामने आए हैं जो कि मध्य प्रदेश में दर्ज किए गए कुल 1,400 मामलों का 64 प्रतिशत है. ये आंकड़े देखें तो काफी ज्यादा हैं. इंदौर की आबादी 3.2 मिलियन है जो कि दिल्ली के मुकाबले पांचवा हिस्सा है फिर भी यहां कोविड-19 के आंकड़े दिल्ली के करीब आधे हैं.


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दिप्रिंट ने पहले रिपोर्ट की थी कि इंदौर ने कैसे बढ़ते मामलों को देखते हुए जांच करनी शुरू की थी. इंदौर में आए मामलों में से ज्यादातर की कोई यात्रा का इतिहास नहीं है और ये मामले शहर की कम आमद वाले क्षेत्रों से सामने आ रहे हैं.

नमूनों को एकत्र करने के लिए, इंदौर ने अधिक आरटी-पीसीआर मशीनों को जोड़कर अपनी स्वाइन फ्लू परीक्षण प्रयोगशाला को पुनर्जीवित किया और दिन में 1 से 350 से अधिक परीक्षण करने की अपनी क्षमता को बढ़ाया.

पुणे

मुंबई के बाद पुणे महाराष्ट्र का सबसे प्रभावित शहर है जहां अब तक 591 मामले हैं और 51 लोगों की जान गई है. शहर में पहला मामला तब देखा गया था जब एक जोड़ा दुबई से लौटा था और 9 मार्च को कोविड-19 का संक्रमित पाया गया था. बढ़ते मामलों के कुछ दिनों के भीतर ही महाराष्ट्र ने महामारी बीमारी एक्ट 1897 को पुणे सहित कई जगहों पर लगा दिया जिससे निपटने के लिए और शक्ति राज्य को मिल सके. रविवार को पुणे और पिंपरी-चिंचवाड़ के पूरे क्षेत्र में जिसकी आबादी 7.5 मिलियन है, को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया और 27 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा दिया गया है.

जयपुर

राजस्थान के कुल मामलों में से 40 प्रतिशत अकेले जयपुर (535) में सामने आए हैं. इसमें से भी जयपुर के रामगंज क्षेत्र में 321 मामले आ चुके हैं. इनमें से ज्यादातर का संबंध एक 45 वर्षीय पुरुष व्यक्ति से है जो ओमान से आया था. ये क्षेत्र अब पूरी तरह बंद कर दिया गया है और 30 क्लस्टर्स में बांट दिया गया है जहां घर-घर जाकर स्क्रीनिंग हो रही है और उस व्यक्ति के संपर्क में आए ज्यादातर लोगों को क्वारेंटाइन कर दिया गया है.

हैदराबाद

ग्रेटर हैदराबाद मुनिसिपल कोर्पोरेशन जिसकs अंतर्गत हैदराबाद आता है, वहां 337 संक्रमित मामले दर्ज किए गए हैं. पूरे तेलंगाना में 791 संक्रमित मामले हुए हैं. राज्य सरकार के मुताबिक हैदराबाद में आए ज्यादातर मामलों का संबंध तबलीगी जमात के दिल्ली में हुए कार्यक्रम से है. तेलंगाना के 221 कंटेनमेंट क्लस्टर्स में से हैदराबाद में 139 है. आंकड़ों को देखते हुए वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी सहित पुलिस, राजस्व अधकारियों को जीएचएमसी के 30 सर्किल्स में लगाया गया है.

चेन्नई

तमिलनाडु में आए 1477 संक्रमित मामलों में से यहां की राजधानी में 285 मामले सामने आए हैं. अधिकारियों ने 16 हजार स्वास्थ्यकर्मियों को मरीजों की जांच के लिए लगाया है जिन्हें इन्फल्युंजा जैसी बीमारी है और घर-घर जाकर स्क्रीनिंग की जा रही है और 80 हॉटस्पाट को सील कर दिया गया है.


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सूरत

राज्य के 1743 संक्रमित मामलों में सूरत में 242 मामले हैं और 8 लोगों की मौत हुई है. एक रिपोर्ट के मुताबिख वायरस अपने पहले के हॉटस्पाट से सेंट्रल और लिंबायत जोन की तरफ चला गया है. शहर के करीब 2.91 लाख लोगों को कंटेनमेंट जोन में रखा गया है.

आगरा

उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमित 1,094 मामलों में से आगरा में 242 मामले सामने आए हैं. पहले संक्रमित मामले की पुष्टि फरवरी के अंत में हुई थी और तब से 1200 टीम ने घर-घर जाकर 9 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की है. संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों की शुरुआत में सराहना की गई लेकिन आंकड़ों में बढ़ोतरी ही देखी जा रही है.

(इस खबर को अंग्रज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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