नई दिल्ली : कोरोनावायरस के संकट से बचने के लिए घोषित लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार को पत्र लिखा है. गृह मंत्रालय ने बंगाल सरकार से कहा है कि राज्य में लॉकडाउन सख्ती से पालन नहीं किया जा रहा है.
गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार के कामकाज के तरीकों पर ऐतराज जताते हुए कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा जारी कायदे कानूनों से अलग राज्य में ढिलाई बरती जा रही है.
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के बीच एक बड़ा फूल बाजार को खोलने की अनुमति देने के लिए शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की और दावा किया कि इससे लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी.
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि इस फूल बाजार के खुलने से ‘गलत संकेत’ जाएगा कि राज्य कोरोना वायरस के खतरे से नहीं जूझ रहा है.
परीक्षण किट की आपूर्ति से लेकर राशन सामग्री में कथित लूट तक विभिन्न मुद्दों पर अपने ट्विटर हैंडल पर मुख्यमंत्री की आलोचना करते रहे सुप्रियो ने शनिवार को ट्वीट किया कि हावड़ा फूल बाजार को खोलकर ‘मुख्यमंत्री जन सुरक्षा को खतरे में डाल रही हैं और यह दर्शाता है कि राज्य में स्थिति खतरनाक है.’
पश्चिम बंगाल सरकार कोविड-19 के 10 हॉटस्पॉट को 14 दिनों के लिए पूरी तरह से बंद करेगी, जहां से संक्रमण के ज्यादा मामले सामने आये हैं.
पश्चिम बंगाल में हॉटस्पॉट व ज्यादा जोखिम वाले क्षेत्रों के बारे में पूछे जाने पर राज्य के शीर्ष नौकरशाह ने अलीपुर, भवानीपुर, मुदियाली, बड़ाबाजार, नयाबाद, दमदम, साल्ट लेक, उल्टाडांगा और बेलघोरिया का उल्लेख किया.
उन्होंने कहा कि उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिले के कुछ हिस्सों, हावड़ा के मल्लिक फाटक क्षेत्र, फोरशोर रोड, राजबल्लभ साहा लेन, सल्किया और हावड़ा जिला अस्पताल के आसपास के क्षेत्रों को कोविड-19 हॉटस्पॉट और क्लस्टर के रूप में पहचाना गया है.
उन्होंने कहा, ‘कलिम्पोंग, तेहट्टा (नदिया जिला), एग्रा (पूर्व मेदिनीपुर), हल्दिया भी इन हॉटस्पॉटों के अंतर्गत आते हैं और उन्हें पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा.’
पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से अब तक पांच मौतें और 116 मामले दर्ज किए गए हैं. 89 सक्रिय मामले हैं, जबकि 22 लोग ठीक हो चुके हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)