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Saturday, 16 November, 2024
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अयोध्या में रामलला को मिला नया ठिकाना, चांदी का सिंहासन और बुलेटप्रूफ अस्थाई मंदिर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में अयोध्या में रामलला को नवरात्र के पहले दिन त्रिपाल से निकालकर बुलेटप्रूफ अस्थाई मंदिर में शिफ्ट किया गया.

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लखनऊ/अयोध्या: अयोध्या में भगवान रामलला अब त्रिपाल से निकलकर बुलेटप्रूफ अस्थाई मंदिर में पहुंच गए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में अयोध्या में रामलला को नवरात्र के पहले दिन त्रिपाल से निकालकर बुलेटप्रूफ अस्थाई मंदिर में शिफ्ट किया गया. सुबह 4 बजे ही संतो ने वैदिक मंत्रोउच्चारण के साथ रामलला की पूजा,अर्चना और आरती की जिसके बाद अस्थाई मंदिर में उन्हें विराजमान कराया गया.

इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय को 11 लाख का चेक दिया. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि रामलला के मंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा हो गया है और अब अयोध्या में जल्द ही भव्य मंदिर बनाने का काम शुरू हो जाएगा. बता दें कि योगी आदित्यनाथ मंगलवार को ही अयोध्या पहुंच गए थे. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वह गोरखपुर रवाना हो गए.

चांदी के सिंहासन पर हुए विराजमान

रामलला अपने नए मंदिर में सिर्फ बुलेटप्रूफ स्थान में ही नहीं विराजित किए गए हैं बल्कि उन्हें बैठने के लिए चांदी का सिंहासन भी दिया गया है जहां पर उन्हें विराजमान किया गया. यह सिंहासन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी और अयोध्या राज परिवार के मुखिया बिमलेंद्र मोहन मिश्र ने भेंट किया है. उन्होंने बताया, ‘साढ़े नौ किलो चांदी से बने इस सिंहासन को जयपुर के विशेष कलाकारों ने डिजाइन किया है. सिंहासन रे ऊपरी हिस्से में सूर्य देव की आकृति और दो मोर बनाए गए हैं. वहीं अस्थाई मंदिर फाइबर का है जो कि साढे तीन फुट ऊंचे चबूतरे पर स्थापित है, इसकी ऊंचाई 25 फीट है. इसके चारों ओर जालीदार कवच बना है.


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श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपतराय ने बताया कि भव्य मुर्हूत में राम लला को नए आसन पर विराजमान कराया गया है. अब तक मूल गर्भगृह के अस्थायी मंडप में रामलला लकड़ी के सिंहासन पर विराजित थे. रामलला को उनके तीनों भाइयों और शालीग्राम के साथ अस्थायी नए आसन पर शिफ्ट किया गया है. अब मंदिर निर्माण पर सबका फोकस है.

ट्रस्ट से जुड़े सूत्रों की मानें तो अब मंदिर निर्माण का काम जल्द शुरू होगा.चार अप्रैल को अयोध्या में आयोजित ट्रस्ट की बैठक में इस पर निर्णय लिया जा सकता है. वहीं अप्रैल के आखिरी सप्ताह में भूमि पूजन भी किया जा सकता है.

एक दर्जन से अधिक लोग हुए इकट्ठा

यूं तो कोरोनावायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए सोशल गेदरिंग पर रोक है लेकिन अयोध्या में इस कार्यक्रम के दौरान एक दर्जन से अधिक लोग साथ दिखे. हालांकि इस दौरान कई लोग मास्क पहने भी नजर आए. सीएम योगी के साथ संत सत्येंद्र दास व ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्रट्रस्ट के महामंत्री चंपतराय, ट्रस्ट के सदस्य व अयोध्या के राजा बिमलेंद्र मिश्र ने, अनिल मिश्र व महंत सुरेश दास समेत एक दर्जन से अधिक लोग मौजूद रहे.

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