नई दिल्ली: देशभर में बढ़ते कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते विश्व हिंदू परिषद ने भी अपने कार्यक्रम में फेरबदल कर दिया है. देशभर में मनाए जाने वाले श्रीराम महोत्सव के कार्यक्रम में बदलाव किया है. वीएचपी का कहना है कि राम भक्त घर या निकट के मंदिरों में ही श्रीराम जय राम जय जय राम का जाप करें. इसके अलावा सभी हिंदू घरों पर भगवा झंडा लहराएं व घरों के बाहर श्रीराम जन्मभूमि का स्टिकर लगाएं.
वीएचपी के केंद्रीय महासचिव मिलिंद परांडे के अनुसार देश में बढ़ते कोरोनावायरस के प्रकोप व इस महामारी से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. इसी प्रयासों के संदर्भ में हमने हिंदू समाज से आह्वान किया कि श्री राम महोत्सव के दौरान वह कोई बड़ी शोभायात्रा या रथयात्रा या ऐसा कोई आयोजन न करें जिससे इस वायरस को फैलने में मदद मिले.
परांडे ने आगे कहा, सभी रामभक्त अपने घरों में या निकट के मंदिरों में शुचिता के साथ एकत्र होकर स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा दिए गए स्वास्थ्य रक्षा संबंधी निर्देशों का पालन करते हुए श्रीराम जय राम जय जय राम नामक 13 अक्षरीय विजय महामंत्र का जाप करें और कराएं. कार्यकर्ता स्वयं के साथ-साथ समाज के स्वास्थ्य की रक्षा करें. इसके अलावा सभी हिंदू घरों पर भगवा झंडा लहराएं व घरों के बाहर श्रीराम जन्मभूमि का स्टिकर लगाएं.
वीएचपी का कहना है कि भगवान राम की जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण भारत के स्वाभिमान की पुन:प्रतिष्ठा है. सालों से जिन सैकड़ों हिंदुओं ने श्रीराम जन्मभूमि की मुक्ति के लिए बलिदान दिए और निरंतर प्रयास किए उन सभी का स्मरण हम अवश्य करें.
परांडे ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी ने कल राष्ट्र के नाम संबोधन में जो बातें कही उनका हम स्वागत करते हैं. साथ ही हम उसका पालन करने के लिए जनता से आह्वान भी करते हैं.
इससे पहले वीएचपी ने रामनवमी पर राम महोत्सव को लेकर बड़े आयोजन को लेकर तैयारी की थी. वीएचपी का आह्वान था कि 25 मार्च से 8 अप्रैल तक विश्व में जहां कहीं भी हिंदू रहते हैं वह सार्वजनिक स्थान पर एकत्र हों. वहां भगवान राम और मंदिर का नक्शा लेकर एक बड़ी शोभायात्रा निकालने का आह्वान किया था लेकिन अब कोरोनावायरस को देखते हुए वीएचपी ने इन कार्यक्रमों को टाल दिया है.