शुक्रवार को मध्यप्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के लिए सुप्रीम कोर्ट का निर्देश विवेकपूर्ण है. यह राज्य की विधायिका को कर्नाटक की तरह समय बर्बाद नहीं करने देगा. इस विषम परिस्थिति के लिए कांग्रेस को खुद को ही दोषी ठहरना चाहिए. राज्यों में इस तरह के लगातार एपिसोड से पता चलता है कि भारतीय राजनीति टूटी हुई है.