नई दिल्ली: लोकसभा में राहुल गांधी ने ख़राब बैंकिंग सिस्टम का मामला उठाया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोन का मुद्दा उठाते हुए पूछा कि उन 50 बैंक डिफाल्टरों के नाम मोदी सरकार क्यों नहीं बता रही है. उन्होंने कहा हमारी अर्थव्यवस्था बहुत ख़राब दौर से गुजर रही है. बैंकिंग सिस्टम बहुत ख़राब है. यह बेरोजगारी का मुख्य कारण है.
MoS Finance A Thakur in LokSabha:A list of wilful defaulters is available on the website.There is nothing to hide. All these people took money went away during their (Congress) govt. The question posed by a senior member of the House shows his lack of understanding of the subject https://t.co/mXqvrpfh2l pic.twitter.com/8XgXO3C0gN
— ANI (@ANI) March 16, 2020
वित्तराज्यमंत्री ठाकुर ने कहा ये कांग्रेस की सरकार में हुआ हमारी सरकार ने देश को सही एनपीए बताये हैं. उन्होंने कहा नरेंद्र मोदी की सरकार ने बैंको का पुनर्पूंजीकरण किया है. सीआईसी की वेबसाइट पर सारे नामों को दिया जाता है और यह नाम वेबसाइट पर उपलब्ध हैं.
लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि जिन लोगों ने बैंकों से चोरी की है उनको मैं पकड़-पकड़ कर वापस लाऊंगा. तो मैंने प्रधानमंत्री की सरकार से ऐसे 50 लोगों के नाम पूछे हैं पर कोई जबाव नहीं मिल रहा है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने यह भी कहा, मैंने विलफुल डिफॉल्टरों के नाम के बारे में एक आसान सवाल पूछा था. लेकिन मुझे स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया. मुझे इस बात से बहुत दुख हुआ कि स्पीकर ने मुझे एक माध्यमिक प्रश्न पूछने की अनुमति नहीं दी, जो कि संसद के सदस्य के रूप में मेरा अधिकार है.
राहुल गांधी के सवाल का जवाब देते हुए वित्तराज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा 2010 से 2014 तक जो ग्रॉस एडवांस दिए गए थे उनमें से कितने फ्रॉड होते थे और कितने डिफ़ॉल्ट होते थे उस समय ग्रॉस एडवांस 0.64 प्रतिशत था जो कि 2018-20 में काम होकर 0.18 प्रतिशत रह गया है. यही नहीं 2019-2020 में यह 0.08 प्रतिशत हो गया है.
उन्होंने कहा कांग्रेस की सरकार में पैसा सबको बाटा गया हैं. उन्होंने पेंटिंग का भी मुद्दा उठाया जिससे सदन में हंगामा हुआ.