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Tuesday, 5 November, 2024
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10 की उम्र वाले ‘संघ कनेक्शन’ की वजह से 54 की उम्र में क्यों ट्रेंड कर रहे मिलिंद सोमन

मिलिंद सोमन ने यह भी लिखा है कि संघ से जुड़ी उनकी यादें बहुत अच्छी हैं. उन्हें तब दुख होता है जब मीडिया साम्प्रदायिकता के लिए आरएसएस को दोष देती है.

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नई दिल्ली: मिलिंद सोमन जैसे सुपर मॉडल सेलिब्रिटी और फिटनेस फ्रीक के लिए ट्विटर पर ट्रेंड करना कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन बड़ी बात वो है जिसकी वजह से वो सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं. दरअसल, उन्होंने अपने संस्मरमण में लिखा है कि वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखा में जाते थे. ये बात उनके कई फॉलोअर्स के लिए किसी अचरज से कम नहीं है.

1990 के दशक में दिग्गज टीवी स्टारों में शुमार रहे सोमन ने सार्वजनिक तौर पर संघ की शाखा से जुड़ी अपनी यादें साझा की हैं. उन्होंने लिखा है, ‘उस समय जो एक और चीज़ हुई वो ये थी कि मैंने तैरना शुरू किया और इसी की वजह से मैं आरएसएस से जुड़ा.’

इसकी वजह का ज़िक्र करते हुए उन्होंने लिखा है कि सबसे बड़ा कारण लोकेशन थी. जो स्थानीय शाखा थी वो शिवाजी पार्क में लगती थी. उन्होंने लिखा है, ‘मेरे बाबा को इसका पूरा भरोसा था कि संघ के जूनियर कैडर का हिस्सा बनकर मैं अनुशासित रहन-सहन, शारीरिक फिटनेस और सही सोच जैसी चीज़ें हासिल कर पाउंगा.’

सोमन ने ये भी बताया है कि वो जहां रहते थे वहां के ज़्यादातर बच्चे ऐसा ही करते थे. वो भी सोमन की तरह शाखा का हिस्सा बनने शिवाजी पार्क जाया करते थे. ट्विटर पर चल रहे उनके नाम के ट्रेंड पर उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, ‘मैंने जो 10 की उम्र में किया था उसके लिए 54 की उम्र में ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा हूं.’

इसके बाद सोमन लिखते हैं कि काश ये उनकी स्विमिंग के बारे में होता क्योंकि जिस समय वो आरएसएस की शाखा जाते थे उसी समय वो वहां स्विमिंग भी सीख रहे थे. उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम पर इस बात पर ज़ोर दिया है कि वो शाखा में इसलिए जाते थे क्योंकि ठीक उसी समय उनकी स्विमिंग की ट्रेनिंग चल रही थी.

उन्होंने ये भी लिखा है कि संघ से जुड़ी उनकी यादें बहुत अच्छी हैं. उन्हें तब दुख होता है जब मीडिया साम्प्रदायिकता के लिए आरएसएस को दोष देती है. उन्होंने लिखा है, ‘मैं आश्चर्यचकित हो जाता हूं. हर सप्ताहांत पर शाखा में शाम 6-7 के बीच जो होता था उससे जुड़ी मेरी यादें बिल्कुल अलग हैं.’

संघ से जुड़ा इतिहास सामने आने की वजह से सोमन को ट्रोल भी किया जा रहा है. ऐसे ही एक ट्रोलिंग से भरे ट्वीट में कांग्रेस के नेशनल कैंपेन इंचार्ज श्रीवास्तव वाईबी ने ये वीडियो ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने हल्के लहज़े में लिखा है कि शाखा में शाम 6-7 के बीच खेलते हुए मिलिंद सोमन की एक्सक्लूसिव वीडियो.

सोमन के शाखा से होने की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद लेफ्ट और लिबरल लोगों की प्रतिक्रिया पर शेफाली वैद्य ने लिखा है कि लेफ्ट और लिबरल विचारधारा वालों की प्रतिक्रिया देखने लायक है. ये लोग सोमन को सिर्फ इसलिए ख़ारिज कर रहे हैं क्योंकि वो बचपन में आरएसएस की शाखा जाया करते थे.

शेफ़ाली ने लिखा है कि अभी तक सोमन के कसीदे गढ़ने वाले ये लोग अब उन्हें जमकर कोस रहे हैं. वो बताते हैं कि तब उनके साथी और वो शाखा में ख़ाकी शॉर्ट्स में कदमताल करते थे, योगा करते थे, देसी जिम में व्यायाम करते थे, गीत गाते थे और संस्कृत के ऐसे श्लोकों का उच्चारण करते थे जो उन्हें समझ नहीं आते थे. इसके अलावा वो खेलते थे और अपने साथियों संग मज़े करते थे.

उन्होंने ये भी लिखा था कि उनके पिता ख़ुद आरएसएस का हिस्सा थे और हिंदू होने पर गर्व महसूस करते थे. उन्होंने कहा कि उन्हें समझ नहीं आया कि इसमें गर्व करने वाली कौन सी बात है. लेकिन उन्हें कभी ऐसा भी नहीं लगा कि इसमें कोई बहुत शिकायत करने वाली बात भी हो.

उन्होंने लिखा है, ‘मुझे नहीं पता कि मेरे शाखा के नेता हिंदू होने के बारे में क्या सोचते थे. जहां तक मुझे याद है, वो इस बारे में अपनी राय हमारे ऊपर नहीं थोपते थे. अगर वो ऐसा कर भी रहे होते तो मैंने इसकी परवाह नहीं की होती. क्योंकि उनके द्वारा ऐसा किए जाने पर मुझे ऐसा लगता कि वो ठीक मेरे पिता जैसा कर रहे हैं.’

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