नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत आरोपी बनाने का कोई आधार नहीं है तथा इनको रिहा किया जाना चाहिए.
प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘यह बहुत स्पष्ट है कि उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को पीएसए के तहत आरोपी बनाने का कोई आधार नहीं है. उन्हें रिहा किया जाना चाहिए.’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, ‘अलगाववादियों के चुनाव बहिष्कार के बावजूद लोगों को मतदान के लिए प्रोत्साहित करना भी गुनाह हो गया है. वह भी पीएसए के तहत. ये अपराध तो सभी पार्टियां, नेता और चुनाव आयुक्त करते आए हैं.’
उन्होंने सवाल किया, ‘उच्चतम न्यायालय और चुनाव आयोग कहां हैं? मोदी है तो मुमकिन है?’
आपको बता दें, पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम भी अपनी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं. चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा था कि दोनों नेताओं पर पीएसए के तहत मामला दर्ज होने को लेकर मैं हैरान हूं. आरोपों के बिना किसी पर कार्रवाई लोकतंत्र का सबसे घटिया कदम है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की छह महीने की ‘ऐहतियातन हिरासत’ पूरी होने से महज कुछ घंटे पहले उनके खिलाफ जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया था.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)