असम के कोकराझार में बोडो समझौते में मिली सफलता के लिए पीएम मोदी का दौरा भाजपा के अव्यवस्थित रवैये को दर्शाता है. एक ओर तो यह पुराने संघर्षो को बंद करना चाहती है और दूसरी तरफ सीएए और एनआरसी जैसे मुद्दों के जरिए नया घाव खोल रही है. यह पूर्वोत्तर के प्रति मोदी सरकार के पाखंड को उजागर करता है.