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Thursday, 21 November, 2024
होमदेशओएसडी की गिरफ़्तारी के मामले में मनीष सिसोदिया ने कहा-सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि एक मिसाल बने

ओएसडी की गिरफ़्तारी के मामले में मनीष सिसोदिया ने कहा-सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि एक मिसाल बने

सूत्रों ने कहा कि इस मामले में सिसोदिया की कोई भूमिका सामने नहीं आई है. मामले की जांच जारी है.

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नई दिल्ली : सीबीआई ने दो लाख रुपये के कथित रिश्वत मामले में दिल्ली सरकार के एक अधिकारी को गिरफ्तार किया है, जिन्हें उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) बताया जाता है.अधिकारियों ने कहा कि गोपाल कृष्ण माधव नामक अधिकारी को जीएसटी संबंधित मामले में कथित रूप से दो लाख रुपये रिश्वत लेते समय देर रात गिरफ्तार किया गया.

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यह भी कहा, ‘मुझे गिरफ्तारी के समय से कोई समस्या नहीं है, जो भी रिश्वत लेता है उसे तुरंत पकड़ा जाना चाहिए। भ्रष्टाचार के प्रति हम जीरो टॉलरेंस की नीति रखते हैं.

इस मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘मुझे पता चला है कि एक ऑफिसर जो आजकल जीएसटी में तैनात हैं और मेरे यहां ओएसडी भी रहे हैं उनको 2 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है तो ये सीबीआई ने ठीक किया है और इस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि एक मिसाल बने.’

भाजपा आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ट्वीट करते हुए आम आदमी पार्टी पर बोला कहा, ‘डेप्युटी सीएम के ऑफिस में कोई ओएसडी अपने बॉस की जानकारी के बिना रिश्वत नहीं ले सकता. केजरीवाल और सिसोदिया पर पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं भ्रष्टाचार के खिलाफ किए आंदोलन से जन्मी पार्टी, भ्रष्टाचार पर ही खत्म होगी.

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘जब उपमुख्यमंत्री ही भ्रष्ट और घूसखोर लोगों को अपने साथ रखते हों तो ऐसे लोग दिल्ली का क्या विकास करेंगे? वो राजनीति बदलने नही, राजनीति में ये सब करने आये थे, और आज उनका ओएसडी रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार हो गया. दिल्ली में अराजकता, भ्रष्टाचार, नक्सल समर्थक, और जनता से घूस लेने वाले लोगों की सरकार है. दिल्ली इस बार भ्रष्ट और नाकाम सरकार को बाहर करके एक पारदर्शी और विकास करने वाली सरकार चुनने जा रही है.

अधिकारियों ने कहा कि माधव को पूछताछ के लिए तत्काल सीबीआई मुख्यालय ले जाया गया.

सूत्रों ने कहा कि इस मामले में सिसोदिया की कोई भूमिका सामने नहीं आई है. मामले की जांच जारी है.

वह 2015 से सिसोदिया के कार्यालय में तैनात हैं. यह गिरफ्तारी दिल्ली विधानसभा चुनाव से दो दिन पहले की गई है.

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