राहुल गांधी का भाषण कि मोदी को बेरोज़गार लोग डंडों से मारेंगे न केवल निंदनीय है बल्कि अपरिपक्व भी है. मोदी अब भी बहुत लोकप्रिय हैं. इससे पता चलता है कि कांग्रेस ने सोनिया के ‘मौत के सौदागर‘ से कुछ नहीं सीखा जो उनपर बहुत भारी पड़ा था. मोदी, मंजे हुए राजनीतिज्ञ है और वे हर तंज को अपने फायदे में इस्तेमाल कर लेते हैं जैसा कि आज उन्होंने किया.
विरोध का दमन करने के लिए देशद्रोह कानून का गलत इस्तेमाल किया गया है, अब इसे खत्म करने का समय आ गया है
सीएए के विरोध में प्रदर्शन करने वाले 19 लोगों के खिलाफ देशद्रोह का आरोप उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा ऐसे दिन लगाया गया है जब राज्य सभा को सरकार ने सूचित किया कि 2014 से 2018 के बीच 233 लोगों पर देशद्रोह का आरोप लगा. ये चिंताजनक है और दमनकारी है. ब्रिटिश कालीन इस कानून का विरोध दबाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. समय आ गया है कि इसको खत्म किया जाये.