नयी दिल्ली: भारतीय सेना ने चीन के हुबेई प्रांत में कोरोना वायरस फैलने के मद्देनजर वहां से वापस लाए जा रहे करीब 300 भारतीय छात्रों को रखने के लिए दिल्ली के पास मानेसर में एक पृथक केंद्र बनाया है.
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना ने यह केंद्र मानेसर के पास बनाया है जहां छात्रों पर दो सप्ताह तक कुशल चिकित्सकों और सहायक कर्मियों की एक टीम द्वारा किसी संक्रमण को लेकर नजर रखी जाएगी.
चीन के हुबेई प्रांत में फंसे भारतीय छात्रों को लाने के लिए एअर इंडिया की एक उड़ान शुक्रवार को वुहान रवाना हुई.
उड़ान के शुक्रवार देर रात दो बजे भारत लौटने की संभावना है.
एक अधिकारी ने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया के तहत इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहले जांच की जाएगी और पृथक देखभाल मानेसर में होगी.
उन्होंने कहा, ‘यदि किसी व्यक्ति के संक्रमित होने का संदेह होगा, उसे बेस अस्पताल, दिल्ली छावनी में भेजा जाएगा.’
एअर इंडिया का बी747 विमान दिल्ली से वुहान के लिए रवाना
चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर वहां के वुहान से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए एअर इंडिया का 423 सीटों वाला बी747 विमान शुक्रवार को दिल्ली हवाई अड्डे से आज दोपहर रवाना हुआ.
अधिकारियों ने बताया कि विमान में राममनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के पांच चिकित्सक और एक पैरामेडिकल कर्मी सवार हैं. उन्होंने बताया कि करीब 400 भारतीयों को वापस लाने की संभावना है. विमान के शुक्रवार देर रात एक बजे से दो बजे के बीच लौट आने की संभावना है.
शुक्रवार की उड़ान के बारे में प्रवक्ता ने कहा, ‘विमान में आरएमएल के पांच चिकित्सकों की एक टीम, एअर इंडिया का एक पैरामेडिकल कर्मी के साथ ही चिकित्सकों द्वारा निर्धारित दवाएं, मास्क, ओवरकोट, डब्बाबंद खाद्य पदार्थ हैं. इसके साथ ही इस विशेष विमान में इंजीनियरों, सुरक्षाकर्मियों की एक टीम भी मौजूद है. इस पूरे अभियान का नेतृत्व कैप्टन अमिताभ सिंह, निदेशक (अभियान), एअर इंडिया द्वारा किया जा रहा है.’
प्रवक्ता ने कहा कि शुक्रवार की उड़ान में पांच कॉकपिट क्रू सदस्य और 15 केबिन क्रू सदस्य मौजूद हैं.
एअर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अश्वनी लोहानी ने शुक्रवार को कहा, ‘‘विमान में कोई सेवा नहीं दी जाएगी. जो भी खाद्य पदार्थ होंगे वह सीट पॉकेट में रखे होंगे. चूंकि कोई सेवा नहीं होगी तो (चालक दल के सदस्यों और यात्रियों के बीच) कोई संपर्क भी नहीं होगा.’’
उन्होंने कहा, ‘चालक दल के सदस्यों और यात्रियों के लिए मास्क का प्रबंध किया गया है. हमने चालक दल के सदस्यों के लिए सुरक्षा कवच का भी प्रबंध किया है.’
लोहानी ने कहा, ‘स्वास्थ्य मंत्रालय से कुल पांच चिकित्सक भी जा रहे हैं…विमान (वुहान हवाई अड्डे पर) दो से तीन घंटे तक रहेगा.’
एअर इंडिया ने ऐसे अभियान लीबिया, इराक, यमन, कुवैत और नेपाल जैसे देशों के लिए भी संचालित किये हैं.
सरकार ने चीन के हुबेई प्रांत में रहने वाले 600 भारतीय लोगों से यहां वापस लौटने की इच्छा जानने के लिए संपर्क किया था. चीन का हुबेई प्रांत इस विषाणु से सबसे अधिक प्रभावित है.
चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 213 हो गई. वहीं कुल 9,692 मामलों की पुष्टि हुई है. इनमें से 5,806 मामले हुबेई प्रांत के हैं और यहां 204 लोगों की मौत हो चुकी है.