नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने सीएए के मुद्दे पर कांग्रेस और विपक्षियों को निशाने पर लेते हुए कहा कि कांग्रेस, उसके सहयोगी और उनके द्वारा निर्मित तंत्र भारत की संसद के खिलाफ खड़े हैं. उन्होंने सीएए विरोधियों को पाकिस्तान के खिलाफ नारे लागने, आंदोलन करने की बात कही. पीएम ने यह बातें गुरुवार को कर्नाटक के टुमकुर में श्री सिद्धगंगा मठ के कार्यक्रम में बोलते हुए कही.
पीएम ने कहा, ‘जो लोग आज भारत की संसद के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की हरकतों को बेनकाब करने की जरूरत है. अगर आपको आंदोलन करना ही है तो पाकिस्तान के पिछले 70 साल के कारनामों के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए, आवाज उठानी चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘अगर आपको नारे लगाने ही हैं तो पाकिस्तान में जिस तरह अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, उसके खिलाफ नारे लगाइए.’
मोदी ने कहा, अगर आपको जुलूस निकालना ही है तो पाकिस्तान से आए दलित-पीड़ित-शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालिए.’
पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज हर देशवासी के मन में सवाल है कि जो लोग पाकिस्तान से अपनी जान बचाने के लिए, अपनी बेटियों की जिंदगी बचाने के लिए यहां आए हैं, उनके खिलाफ तो जुलूस निकाले जा रहे हैं लेकिन जिस पाकिस्तान ने उन पर ये जुल्म किया, उसके खिलाफ इन लोगों के मुंह पर ताले क्यों लगे हुए हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हम पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों को उनके भाग्य पर नहीं छोड़ सकते, उनकी रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है.’
पीएम ने कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध भारत की रीति और नीति में बदलाव का संकल्प भी पूरा हो रहा है, जम्मू कश्मीर से 370 को हटाकर वहां से आतंक और अनिश्चितता को दूर करने का, वहां विकास के नए युग का संकल्प भी पूरा हो रहा है.