लखनऊ: कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस ने उन्हें धक्का दिया और गला दबाने की कोशिश की. दरअसल शनिवार शाम प्रियंका नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन में गिरफ्तार किए गए रिटायर्ड आईपीएस एसआर दारापुरी के परिवारजनों से मिलने जाने लगीं तो पुलिस ने उन्हें रोका और कहा कि बिना पूर्व सूचना के सुरक्षा कारणों से प्रियंका के इस तरह से जाने के चलते उन्हें रोका जा रहा है.
इसके बाद प्रियंका नहीं मानीं और पैदल उतरकर चल पड़ीं. थोड़ी दूरी के बाद एक कार्यकर्ता की स्कूटी से आगे पहुंची तो फिर पुलिस ने रोकने की कोशिश कीं तो वह पैदल ही दारापुरी के घर पहुंचीं.
दारापुरी के घर पर उन्होंने परिजनों से मुलाकात कर साथ निभाने का वादा किया. उन्होंने दारापुरी की बीमार पत्नी से भी मुलाकात की. प्रियंका शनिवार को कांग्रेस की 135वीं स्थापना दिवस समारोह में शाामिल होने के कुछ देर बाद विरोध प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए एसआर दारापुरी और पार्टी की पूर्व प्रवक्ता सदफ जफर के परिवारीजनों से मिलने जा रही थीं तभी पुलिस ने उन्हें लोहिया पार्क के पास रोका था.
प्रियंका ने लगाए गंभीर आरोप
प्रियंका ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘मैं गाड़ी में शान्तिपूर्वक तरीके से दारापुरी जी के परिवार से मिलने जा रही थी. रास्ते मे अचानक पुलिस की गाड़ी आई और मुझे रोक लिया गया. मैंने पूछा कि मुझे रोकने का क्या मतलब है. पुलिस ने मुझसे कहा कि आपको आगे नहीं जाने देंगे. इस बीच पुलिस ने मेरा गला दबाया. मुझे धकेला भी गया. एक महिला पुलिस कर्मचारी ने मुझे धकेला. मैं चलती रही मैं टू वीलर पर आई, दोबारा पुलिस ने मुझे रोका तो मैं पैदल आ गई.’
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प्रियंका ने कहा कि योगी सरकार को डर है कि कहीं सच न सामने आ जाए इसलिए मिलने से रोका जा रहा है. इससे पहले दोपहर में प्रियंका गांधी ने नागरिकता कानून के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर बड़ा हमला किया. पार्टी के स्थापना दिवस समारोह में उन्होंने कहा कि संविधान के खिलाफ कानून लाना, झूठ बोलना, विरोधी आवाज को हिंसा से कुचलना और फिर कदम वापस खींचना कायरता की निशानी है. उन्होंने मोदी सरकार को कायर सरकार की संज्ञा देते हुए कहा कि कांग्रेसी कार्यकर्ता न डरते हैं और न ही अपना विरोध प्रकट करने के लिए हिंसा का रास्ता चुनते हैं.
कई किलोमीटर चलीं पैदल
प्रियंका के साथ चलने वाले तमाम कार्यकर्ताओं ने बताया कि वह लगभग चार किलोमीटर पैदल चलीं. इसके अलावा कुछ दूर तक स्कूटी से गईं. ये स्कूटी उनकी पार्टी के सचिव धीरज गुर्जर चला रहे थे. स्कूटी रोके जाने के बाद फिर वह पैदल चल पड़ी. पुलिस प्रशासन में प्रियंका के इस कदम से हड़कंप मच गया.