नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को मौसम का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, सुबह न्यूनतम तापमान गिरकर 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. शहर घने कोहरे की चादर में लिपटा रहा जिससे दृश्यता कम हो गई और सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा.
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अगले दो से तीन दिनों तक बहुत ज्यादा ठंड रहेगी. इसके बाद कुछ इलाकों में ठंड कम रह सकती है. वहीं इन क्षेत्रों में घना कोहरा रहने की संभावना है. मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, सिक्किम और ओडिशा भी अगले दो दिनों तक घने कोहरे की चपेट में रह सकते हैं. 31 दिसंबर से 1 जनवरी तक पूरे उत्तर पूर्वी और मध्य भारत में बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना है.
मौसम विज्ञान विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अन्य वेधशालाओं में पालम में 3.1 डिग्री, लोधी रोड पर 1.7 डिग्री, आया नगर में 1.9 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. घने कोहरे के कारण पालन वेधशाला इलाके में शून्य दृश्यता रही. इसके पास ही हवाईअड्डा स्थित है.
हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह घने कोहरे के कारण दिल्ली हवाईअड्डे से चार विमानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया.
अधिकारी ने बताया कि विमान सीएटी 3 बी शर्तों के तहत उड़ान भर रहे हैं, जिसका मतलब है कि रनवे की दृश्यता सीमा 50 मीटर से 175 मीटर के बीच है.
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, खराब दृश्यता के कारण 24 ट्रेनों में दो से पांच घंटे तक की देरी हुई. हावड़ा नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस में पांच घंटे तक की देरी हुई.
वायु गुणवत्ता शनिवार को फिर से बिगड़ गई. तापमान गिरने, उच्च नमी और हवा की कम गति के कारण प्रदूषक तत्व एकत्रित हो गए. कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह दस बजे तक 413 रहा.
आईएमडी में वरिष्ठ मौसम विज्ञानी कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में शीतलहर चलने और अत्यधिक ठंड रहने का अनुमान है.
उन्होंने बताया कि 1992 से लेकर अब तक सफदरजंग वेधशाला में 30 दिसंबर 2013 को न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री और 11 दिसंबर 1996 को 2.3 डिग्री दर्ज किया गया. 1930 में 27 दिसंबर को शून्य डिग्री तापमान दर्ज किया गया था जो कि रिकॉर्ड है.
मौसम विभाग ने गुरुवार को बताया था कि दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड के चलते 1901 के बाद से दूसरा सबसे सर्द दिसंबर रिकॉर्ड किए जाने की संभावना है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान केवल 1919, 1929, 1961 और 1997 में 20 डिग्री से कम रहा था.’
उन्होंने बताया कि इस साल दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान गुरुवार तक 19.85 डिग्री से. दर्ज किया गया. अधिकतम तापमान 31 दिसंबर तक गिरकर 19.15 डिग्री से. तक जाने की संभावना है.
14 दिसंबर से अब तक शहर के ज्यादातर हिंसों में लगातार 13 ‘ठंडे दिन’ दर्ज किए गए. पिछले बार इतने वक्त तक सर्दी दिसंबर 1997 में देखी गई थी.
दिल्ली में 1992 के बाद केवल चार साल 1997, 1998, 2003 और 2014 में इतने दिन तक लगातार ठंड रही. 29 दिसंबर तक अत्यधिक ठंड रहने का अनुमान है.
उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड
उच्च हिमालयी इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में तेज शीतलहर का गहरा असर पड़ोसी राज्यों पर दिखाई दे रहा है.राजस्थान में सीकर जिला औसतन -1 डिग्री तापमान पहुंच गया है. फतेहपुर शेखावटी में तापमान -4 डिग्री तक पहुंच गया.
हरियाणा के हिसार में पारा 0.2 डिग्री, उत्तराखंड के पिथौरगढ़ में 0.5 डिग्री और पंजाब के भटिंड में 2.3 डिग्री दर्ज किया गया है.केदरनाथ और बद्रीनाथ में चारों और बर्फ ही बर्फ ही दिख रहा है. लद्दाख के द्रास में आज का तापमान -20.6 पर पहुंच गया है. वहीं हिमाचल प्रदेश के किलोंग में पारा -11.5 तक पहुंच गया है.
शनिवार को सीकर में पारा लुढ़ककर -1 पर चला गया. वहीं उत्तर प्रदेश में भी ठंड से अब तक 28 लोगों की जान जा चुकी है.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)