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Friday, 1 November, 2024
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झारखंड चुनाव से पहले जिन नेताओं ने बदले थे दल, जनता ने उन्हें ही बदल दिया

चुनाव से ठीक पहले राम मंदिर, 370 और हरियाणा-महाराष्ट्र में भाजपा की पकड़ से प्रभावित होकर झारखंड मुक्ति मोर्चा व कांग्रेस के कई विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे.

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नई दिल्ली: झारखंड विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राम मंदिर, 370 और हरियाणा-महाराष्ट्र में भाजपा की पकड़ से प्रभावित होकर झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे. राजनीतिक जानकार इसे विपक्षी पार्टियों के लिए एक झटके के तौर पर देख रहे थे. खुद झामुमो और विपक्षी दलों ने इसे मौकापरस्ती कहा था. लेकिन, चुनावी नतीजों को देखें तो लगता है कि दल-बदलू नेताओं को जनता ने नकार दिया है. चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए कुछ नेताओं के नाम हैं- कुणाल षाडंगी, सुखदेव भगत, जय प्रकाश पटेल, मनोज कुमार यादव, भानु प्रताप शाही.

कुणाल षाडंगी की बहरागोडा विधानसभा सीट से बड़े अंतर से हार

पिछले चुनाव में इस सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा के कुणाल षाडंगी ने जीत दर्ज की थी. लेकिन, नवंबर में वह भाजपा में शामिल हो गए. पार्टी ने उन्हें इस बार बहरागोडा विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया. लेकिन इस बार वो दूसरे नंबर पर रहे.  झामुमो के प्रत्याशी समीर कुमार मोहंती ने कुणाल षाडंगी 60565 वोट से हरा दिया है.

सुखदेव भगत, लोहरदगा विधानसभा सीट से हारे

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व लोहरदगा से विधायक रह चुके सुखदेव भगत ने भी कुणाल षाडंगी के साथ ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी. इस बार भाजपा ने उन्हें लोहरदगा से अपना उम्मीदवार बनाया था. कांग्रेस के रामेश्वर ओरांव ने उन्हें 30150 वोट से हरा दिया है. सुखदेव दूसरे नंबर पर रहे. इस सीट से आजसू पार्टी की नीरू शांति भगत तीसरे नंबर पर रहीं.


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जयप्रकाश भाई पटेल, मांडू विधानसभा सीट से जीत

झारखंड मुक्ति मोर्चा से विधायक रहे जयप्रकाश भाई पटेल ने भी महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ज्वॉइन की थी. उन्होंने मांडू विधानसभा सीट पर आजसू के निर्मल महतो को 2062 वोटों से हराया है.

मनोज कुमार यादव हारे

मनोज कुमार यादव भी चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए थे लेकिन चुनावी नतीजों में वो बरही विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी उमाशंकर से चुनाव हारने की स्थिति में हैं. उमाशंकर 11371 वोटों से आगे हैं.

भानु प्रताप शाही जीते

नौजवान संघर्ष मोर्चा के भानु प्रताप शाही मधु कोड़ा की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. भानु प्रताप भी चुनाव से पहले भाजपा ज्वॉइन कर चुके थे. इस चुनाव में भाजपा ने उन्हें भवनाथुर विधानसभा सीट अपना प्रत्याशी बनाया था. यहां वो वह बहुजन समाज पार्टी की सोगरा बीबी को 39904 वोटों से हराया है.

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