नयी दिल्ली: एक गैर सरकारी संगठन ने दावा किया है कि दिल्ली में 2018-19 के दौरान दर्ज किये गए बलात्कार के 1,965 मामलों में से 63 प्रतिशत मामलों में बच्चों के साथ दुष्कर्म हुआ.
प्रजा फाउंडेशन द्वारा जारी एक बयान के अनुसार दुष्कर्म के 1,965 मामलों में से 1,237 मामले पॉक्सो अधिनियम के तहत दर्ज हुए थे.
बयान में कहा गया, ‘पॉक्सो अधिनियम के अंतर्गत बच्चों के खिलाफ अपराध के आंकड़ों में हमने पाया कि दिल्ली में दुष्कर्म के कुल मामलों में से 63 प्रतिशत मामलों में बच्चों के खिलाफ यौन अपराध किया गया था.’
दिल्ली में 2014-15 से 2018-19 तक बलात्कार के दर्ज मामलों की संख्या में छह प्रतिशत कमी देखी गई जबकि यौन शोषण के मामलों में तीस प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी.
पिछले दिनों आए एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक 19 प्रमुख शहरों के मुकाबले बलात्कार के सबसे ज्यादा मामले दिल्ली में दर्ज हुए हैं. अगर सिर्फ बलात्कार के मामलों पर नजर डालें तो देश की राजधानी में दर्ज किए गए ये मामले 40 फीसदी से ऊपर हैं. और चौंकाने वाली बात यह है कि इस यौन उत्पीड़न में सबसे बड़ा हाथ रिश्ते दारों का है.