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Friday, 22 November, 2024
होमदेशभारी विरोध के बाद बीएचयू के प्रोफेसर फिरोज़ खान का बदला संकाय, अब आर्ट्स फैकल्टी में पढ़ाएंगे

भारी विरोध के बाद बीएचयू के प्रोफेसर फिरोज़ खान का बदला संकाय, अब आर्ट्स फैकल्टी में पढ़ाएंगे

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के डॉ. फिरोज़ खान अब संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के बजाए कला संकाय के संस्कृत विभाग में पढ़ाएंगे.

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लखनऊ: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में डॉ. फिरोज़ खान के संस्कृत विद्या धर्म में पढ़ाए जाने के खत्म न हो रहे विवाद के बीच खबर आई है कि डॉ. फिरोज़ अब कला संकाय के संस्कृत विभाग में पढ़ाएंगे. दरअसल संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में उनकी ज्वाइनिंग को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था. इसके बाद उनका चयन संस्कृत विभाग के कला संकाय और आयुर्वेद विभाग में भी हो गया. बीएचयू पीआरओ राजेश सिंह ने बताया कि डॉ. फिरोज़ खान ने संस्कृत विभाग कला संकाय में सोमवार को अपना पदभार संभाल लिया है.

दिप्रिंट से राजेश सिंह ने बताया, ‘फैकल्टी ऑफ आयुर्वेद और फैकल्टी ऑफ आर्ट्स में डॉ. फिरोज़ खान का चयन हुआ है. इसका इंटरव्यू कुछ दिन पहले ही हुआ था.’

डॉ. खान का चयन आयुर्वेद में भी हो गया था लेकिन उन्होंने कला संकाय के संस्कृत विभाग को चुना. उनकी नियुक्ति असिस्टेंट प्रफेसर के पद पर हुई है. राजेश सिंह ने ये भी बताया कि फिलहाल छात्रों का ‘धरना बंद’ हो गया है और जो भी विवाद चल रहा था वो भी खत्म हो गया है.

फिरोज़ अभी मीडिया से बातचीत करने से बच रहे हैं लेकिन जल्द ही वे अपना पक्ष रखेंगे.

बढ़ते विवाद के बाद लिया फैसला

बीएचयू सूत्रों की मानें तो संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में डॉ. फिरोज़ की नियुक्ति के बाद से ही विरोध शुरू हो गया था. सात नवंबर से छात्रों का एक वर्ग लगातार आंदोलन कर रहा था जिसे एबीवीपी का समर्थन प्राप्त था. संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय (एसवीडीवी) के छात्र कृष्ण कुमार ने दिप्रिंट को बताया कि विरोध कर रहे सभी ‘छात्र अब शांत’ हैं. सब फिरोज़ खान के फैसले से खुश हैं और उन्हें नई पारी की शुभकामनाएं दे रहे हैं.

टालनी पड़ी थी परीक्षाएं

डॉ. फिरोज़ खान की नियुक्ति के विरोध में छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए बीते सोमवार को प्रशासन एसवीडीवी में होने वाली सेमेस्टर परीक्षा को टाल दिया था. बीएचयू प्रशासन को ये सेमेस्टर परीक्षाएं दूसरी बार टालनी पड़ी हैं. इससे पहले संकाय की सेमेस्टर परीक्षा 5 दिसंबर से होनी थी, लेकिन छात्रों के विरोध को देखते हुए 29 नवंबर को परीक्षा टालते हुए प्रशासन ने 10 दिसंबर से परीक्षा कराने के लिए नया टाइम टेबल जारी किया था. लेकिन लगातार चल रहे छात्रों के प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने एक बार फिर से परीक्षा टालनी पड़ी है.


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धरना दे रहे छात्रों ने दि प्रिंट को बताया था कि फिरोज़ खान की नियुक्ति अधिनियमों के खिलाफ है और ये धरना तब तक चलेगा जब तक उनकी नियुक्ति पर जांच नहीं हो जाती है. छात्रों के मुताबिक, संस्कृत संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में धर्म को जिया जाता है. इसमें शास्त्री, पुरोहित, आचार्य से जुड़ी पढ़ाई होती है. बाहर के लोगों में बड़ा कन्फ्यूजन है कि इस विभाग में केवल संस्कृत भाषा की पढ़ाई होती है. जबकि ऐसा नहीं है. इसमें हिंदू धर्म से जुड़े रीति रिवाज़ बताए जाते हैं. ऐसे में दूसरे धर्म के व्यक्ति को इसकी कैसे जानकारी होगी और क्या वह इन संस्कारों को अपनाएगा.

बता दें कि नवंबर महीने की शुरुआत में संस्‍कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में डॉ. फिरोज़ के पदभार संभालने के साथ गैर हिंदू होने के कारण छात्रों द्वारा जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया था. नियुक्ति रद्द न होने पर छात्रों ने आमरण अनशन की चेतावनी भी दी थी, फिलहाल डॉ. फिरोज़ के फैसले के बाद अब सभी छात्र शांत हो गए हैं.

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