नई दिल्ली : कांग्रेस नेता और अनुसूचित जाति/जनजाति अधिकार कार्यकर्ता उदित राज ने रविवार को आरोप लगाया कि संविधान खतरे में है और इसे बचाने के लिए एक जन आंदोलन की जरूरत है, अन्यथा वंचितों के लिए आरक्षण ‘‘केवल कागज पर ही रह जाएगा.’
रामलीला मैदान में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने निजीकरण, बेरोजगारी और ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे भी उठाये.
उन्होंने कहा, ‘हमारा संविधान खतरे में है, लोकतंत्र खतरे में है और यदि हमने एक साथ मिलकर प्रयास नहीं किये तो यह आरक्षण भी केवल कागजों पर ही रह जायेगा…और यदि हम संविधान बचाना चाहते हैं, आरक्षण बचाना चाहते हैं तो इस आंदोलन की, जिसकी आज हमने शुरुआत की है, उसे सभी राज्यों और जिलों में लेकर जाने की जरूरत है.’
अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर पश्चिम दिल्ली से पूर्व सांसद उदित राज को 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने टिकट देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी.