लखनऊ/सोनभद्र : बीते सितंबर महीने में मिर्जापुर के एक प्राइमरी स्कूल का नमक रोटी कांड काफी चर्चा में रहा था. इस बार सोनभद्र में भी मिड-डे-मील में अनियमितता का मामला सामने आया है. दरअसल, यहां के चोपन ब्लॉक स्थित सलईबनवा प्राथमिक स्कूल में बच्चों को मेन्यू के मुताबिक दूध देते समय एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाया गया और उसे 81 बच्चों को बांटा गया. दूध में पानी मिलाने का वीडियो भी सामने आया है, जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है.
Sonbhadra: One bucket of water was allegedly mixed into 1 litre of milk to serve 85 students in mid day meal at Salai Banwa Primary School in Kota village. Asst Basic Shiksha Adhikari says, "I am investigating the matter, Action will be taken against the culprits." (27.11.2019) pic.twitter.com/aq1445EgJA
— ANI UP (@ANINewsUP) November 29, 2019
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद जब इसकी सूचना अधिकारियों तक पहुंची तो बच्चों को दोबारा दूध बांटा गया. इसके बाद गुरुवार को बीएसए ने प्राथमिक स्कूल सलईबनवा पहुंचकर आरोपी शिक्षामित्र को हटा दिया. वीडियो में देखा जा सकता है कि मिड-डे-मील के मेन्यू के अनुसार दूध देते समय एक बाल्टी पानी में एक लीटर दूध मिलाकर गर्म किया गया और उसे बच्चों को बांट दिया गया.
यह भी पढ़ेंः मिर्जापुर प्राथमिक स्कूल की रसोइया बोली-हेडमास्टर साहब की मर्जी से बंटती थी नमक रोटी
सोनभद्र में बच्चों को मिड डे मील में 1 बाल्टी पानी में 1 लीटर दूध मिलाकर उसे 81 बच्चों को पिलाकर प्रशासन इतिश्री किये ले रहा है,
क्या इसी घपले घोटाले और बदइंतज़ामी के लिये भाजपा को वोट किया था,
पोषित नहीं होगा इंडिया तो कैसे बढ़ेगा इंडिया ? pic.twitter.com/azgtAFYMXG
— अनुराग वर्मा (पटेल) (@AnuragV34452721) November 28, 2019
स्कूल की रसोइया ने मीडिया को बताया कि उसे एक ही लीटर दूध उपलब्ध कराया गया था और उसने उसे एक बाल्टी पानी मिलाकर बच्चों को दे दिया. वहीं, दूसरी तरफ मौके पर जांच करने पहुंचे एबीएसए ने बताया कि प्रथमदृष्टया तो गलती शिक्षामित्र की लगती है और उसे हटा दिया है. हालांकि बाद में भूल सुधार करते हुए बच्चों को दोबारा दूध बांटा गया था.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. गोरखनाथ पटेल ने मीडिया को बताया कि विद्यालय में आकर सभी तथ्यों की जांच की. रसोइया सहित शिक्षकों से भी बात की. जांच में पता चला कि विद्यालय में बच्चों को दूध पिलाने में अनियमितता बरती गई है जो भी व्यक्ति दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी. बीएसए से पहले गुरुवार की सुबह चोपन के खण्ड शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार राय ने विद्यालय पहुंच कर जांच की. उन्होंने बताया कि इस मामले की प्रारंभिक जांच के बाद स्कूल में तैनात एक शिक्षामित्र को हटाकर दूसरे स्कूल पर भेज दिया गया है.
बता दें कि प्राथमिक विद्यालय सलईबनवा में तीन शिक्षिकाओं की तैनाती है. इसमें पूर्णिमा पाण्डेय प्रधान अध्यापिका के पद पर, उपासना पाण्डेय और आरती यादव सहायक अध्यापिका के पद पर तैनात हैं. पूर्णिमा पाण्डेय और आरती यादव अवकाश पर चल रही हैं. उपासना पाण्डेय को ओबरा स्थित प्राथमिक विद्यालय भलुओ टोला में संबंद्ध कर दिया गया है. तीन शिक्षिकाओं में से दो के अवकाश पर चलने के बावजूद उपासना पाण्डेय को भलुआ टोला के विद्यालय से संबंद्ध क्यों किया गया, इस मामले में उपखण्ड शिक्षा अधिकारी ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. इसके अलावा यहां दो शिक्षामित्र भी तैनात हैं. अब एक को स्थानांतरित कर दिया गया है.
यह भी पढे़ंः मिड डे मील में नमक-रोटी परोसे जाने का खुलासा करने वाले पत्रकार पर यूपी में हुआ मुकदमा
चर्चा में रहा था मिर्जापुर मिड-डे-मील कांड
सितंबर माह में मिर्जापुर के प्राइमरी स्कूल के बच्चों को नमक के साथ रोटी खिलाने का मामला सामने आया था. इसको लेकर प्रशासन और सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी. साथ ही मामले में कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी. इसके बाद पुलिस ने मामले का खुलासा करने वाले स्थानीय पत्रकार के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर ली थी. गलत साक्ष्य बनाकर वीडियो वायरल करने और छवि खराब करने के आरोप लगे थे.