scorecardresearch
Thursday, 21 November, 2024
होमराजनीतिबंगाल उपचुनाव में टीएमसी ने तीनों सीटें जीती, उत्तराखंड की पिथौरागढ़ पर भाजपा विजयी

बंगाल उपचुनाव में टीएमसी ने तीनों सीटें जीती, उत्तराखंड की पिथौरागढ़ पर भाजपा विजयी

सबसे चौंकाने वाले नतीजे में पार्टी ने खड़गपुर सीट भाजपा से छीन ली है. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने जनादेश को एनआरसी के खिलाफ बताया.

Text Size:

पिथौरागढ़ : पश्चिम बंगाल में हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने तीनों सीटों पर जीत दर्ज की है. राज्य में लोकसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन करने वाली भाजपा इस उपचुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई और उसे खड़गपुर सदर सीट का नुकसान उठाना पड़ा है. वहीं, उत्तराखंड की पिथौरागढ़ सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा ने अपना कब्जा बरकरार रखा है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उपचुनाव में जीत के बाद कहा कि मतदाताओं ने भाजपा को उसके ‘सत्ता के अहंकार’ के लिये सबक सिखाया है.

इन सभी जगहों पर सोमवार को मतदान हुआ था. तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की कालियागंज और खड़गपुर सदर और करीमपुर सीट पर जीत दर्ज की है.

पश्चिम बंगाल में सबसे चौंकाने वाले परिणाम खड़गपुर सदर सीट से रहा है. इस साल हुए लोकसभा चुनाव में राज्य की 18 सीटें जीतने वाली भाजपा के विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवार प्रेमचंद्र झा को तृणमूल कांग्रेस के प्रदीप सरकार ने हराकर भगवा पार्टी से यह सीट छीन ली.

निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि सरकार ने भाजपा उम्मीदवार को 20788 मतों के अंतर से हराया.

खड़गपुर सदर सीट पर भाजपा की हार पार्टी के लिए एक झटका है जिसके प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष मेदिनीपुर से लोकसभा चुनाव जीतने से पहले वहां से विधायक थे. खड़गपुर सदर मेदिनीपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाला एक विधानसभा क्षेत्र है.

तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार बिमलेंदु सिन्हा रॉय ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार जयप्रकाश मजूमदार को 24,073 मतों से हराकर करीमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव जीता. उन्होंने इस सीट पर अपनी पार्टी का कब्जा बरकरार रखा. तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा ने पिछले विधानसभा चुनाव में करीमपुर सीट पर जीत दर्ज की थी, बाद में वह कृष्णानगर लोकसभा सीट से निर्वाचित हो गईं.

तृणमूल कांग्रेस के तपन देव सिन्हा ने बेहद नजदीकी मुकाबले में कालियागंज सीट जीत ली है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के कमल चंद्र सरकार को 2418 वोटों से हराया. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के परमथनाथ रॉय ने जीत दर्ज की थी. पार्टी ने उनकी पुत्री धृताश्री को मैदान में उतारा था जो इस उपचुनाव में तीसरे नम्बर पर रहीं.

कालियागंज रायगंज लोकसभा क्षेत्र में तहत आने वाला एक विधानसभा क्षेत्र है जहां से भाजपा ने कुछ ही महीने पहले जीत दर्ज की थी.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उपचुनाव में पार्टी की जीत का श्रेय राज्य की जनता को देते हुए कहा कि मतदाताओं ने भाजपा को उसके ‘सत्ता के अहंकार’ के लिये सबक सिखाया है.

उन्होंने एक टेलीविजन चैनल से कहा, ‘हम इस जीत को बंगाल के लोगों को समर्पित करते हैं. भाजपा को सत्ता के अहंकार और बंगाल के लोगों का अपमान करने के लिए सबक मिला है.’

उन्होंने कहा कि माकपा और कांग्रेस स्वयं को मजबूत करने की बजाय भाजपा की पश्चिम बंगाल में ‘मदद’ कर रही हैं. वहीं, देहरादून से प्राप्त खबर के अनुसार भाजपा ने उत्तराखंड में पिथौरागढ़ सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा है. भाजपा उम्मीदवार ने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार को 3000 से अधिक वोटों से हरा दिया.

पिथौरागढ़ जिलाधिकारी सह निर्वाचन अधिकारी वी के जोगदंदे ने बताया कि भाजपा उम्मीदवार चंद्रा पंत को 26086 वोट जबकि कांग्रेस उम्मीदवार अंजू लुंठी को 22819 वोट मिले.

सीट पर उपचुनाव भाजपा विधायक प्रकाश पंत का गत जून में बीमारी के चलते निधन होने के चलते कराना जरूरी हो गया था. भाजपा ने उनकी पत्नी चंद्रा पंत को उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया था.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जीत की उम्मीद थी. उन्होंने कहा, ‘सीट हमारी थी और हमें इसे बरकरार रखने की खुशी है. जीत का अंतर अधिक है. हम क्षेत्र के लोगों को इसके लिए धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने एक बार फिर हममें भरोसा जताया है.’

बंगाल उपचुनाव में टीमसी की जीत को ममता ने एनआरसी के खिलाफ जनादेश बताया

पश्चिम बंगाल उपचुनाव में टीएमसी की दो सीटों पर जीत और एक पर अपराजेय बढ़त के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि विधानसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस को मिली जीत ‘धर्मनिरपेक्षता और एकता’ के पक्ष में और ‘एनआरसी’ के खिलाफ जनादेश है.

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि भाजपा अपने अहंकार और राज्य के लोगों को ‘अपमानित’ करने का परिणाम भुगत रही है.

ममता ने कहा, ‘उलटी गिनती शुरू हो चुकी है. भाजपा को नहीं सोचना चाहिए कि देश के लोग बहुमत (भाजपा के पास) नहीं होने के बावजूद राज्यों में सरकार गठन के उसके धौंस जमाने वाले तौर तरीकों को स्वीकार कर लेंगे.’

चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के तपन देब सिन्हा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं भाजपा उम्मीदवार कमल चंद्र सरकार को कालियागंज सीट पर 2417 वोटों के अंतर से हरा दिया.

टीएमसी उम्मीदवार प्रदीप सरकार ने खड़गपुर सदर सीट जीत ली है. उन्होंने भाजपा के प्रेम चंद्र झा को 20,788 वोटों के अंतर से हराया.

सत्तारूढ़ पार्टी ने करीमपुर सीट पर भी अपराजेय बढ़त बना ली है. इस सीट पर तृणमूल उम्मीदवार बिमलेंदु सिन्हा रॉय ने भाजपा के जय प्रकाश मजूमदार पर 23,000 वोटों के अंतर से बढ़त बना ली है.

ममता ने एक टीवी चैनल से कहा, ‘हम इस जीत का श्रेय बंगाल की जनता को देते हैं. भाजपा अपने अहंकार और बंगाल के लोगों को अपमानित करने का परिणाम भुगत रही है. लोगों ने उसे सिरे से खारिज कर दिया है. वह (भाजपा) इस देश के नागरिकों को शरणार्थी घोषित करने और उन्हें हिरासत केंद्रों में भेजना चाहती है.’

उन्होंने कहा कि माकपा और कांग्रेस खुद को मजबूत करने के बजाय पश्चिम बंगाल में भाजपा की मदद कर रही हैं.

रोजगार सृजन में नाकाम रहने और धर्म की राजनीति करने को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए ममता ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा के हालिया विधानसभा चुनाव तथा बंगाल विधानसभा उपचुनाव के नतीजे भाजपा के खिलाफ लोगों के आक्रोश को प्रदर्शित करते हैं.

पश्चिम बंगाल में 75 फीसदी मतदान, भाजपा उम्मीदवार से मारपीट

पश्चिम बंगाल में तीन विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में सात लाख से अधिक मतदाताओं में से 75.34 फीसदी ने वोट डाला. इस बीच आरोप है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और करीमपुर विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के उम्मीदवार जयप्रकाश मजूमदार के साथ नदिया जिले के फीपुलखोला इलाके में सोमवार को मतदान केन्द्र में दाखिल होते समय तृणमूल कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर मारपीट की.

करीमपुर के अलावा खड़गपुर सदर और कालीगंज विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव हुए.

चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया, ‘शाम 5 बजे तक मतदान प्रतिशत 75.34 फीसदी रहा. शाम छह बजे के बाद भी मतदान केंद्रों के बाहर कतारें लगी हुई थीं. इसलिए जब हम सभी आंकड़ों को एक साथ मिलाएंगे तो मत-प्रतिशत बढ़ सकता है.’

अधिकारी ने बताया, ‘नदिया जिले के करीमपुर की घटना को छोड़कर मतदान लगभग शांतिपूर्ण रहा. हम इस पर गौर कर रहे हैं.’

share & View comments