कई साल बाद पहली बार चरण सिंह के परिवार से कोई भी पारंपरिक लोकसभा सीट बागपत से चुनाव नहीं लड़ रहा है. रालोद के बीजेपी के साथ गठबंधन से यहां के मुसलमान खुद को ‘ठगा’ हुए महसूस कर रहे हैं.
चूंकि आदर्श आचार संहिता लागू है, इसलिए केंद्र ने नियुक्ति के लिए आगे बढ़ने के लिए ईसीआई से मंजूरी मांगी थी, जिसे इस शर्त पर मंजूर किया गया कि सरकार इससे ‘राजनीतिक लाभ’ नहीं लेगी.