मिज़ोरम के लोगों ने बदलाव के लिए मतदान किया है. 4 साल पुराने ज़ोरम पीपल्स मूवमेंट की जीत ने कांग्रेस-एमएनएफ के 40 साल के वर्चस्व को ख़त्म कर दिया है. एक अन्य ईसाई-बहुल राज्य में कांग्रेस का पतन पूर्वोत्तर में इसकी बढ़ती अप्रासंगिकता को रेखांकित करता है. अपनी क्षेत्रीय पहचान की रक्षा के लिए राष्ट्रीय दलों के साथ किसी भी गठबंधन के खिलाफ ज़ेडपीएम प्रमुख लालदुहोमा का रुख अच्छी तरह से स्वीकार किया गया है.