प्रवासियों के लिए बसों को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ की यूपी सरकार और कांग्रेस के बीच तकरार दुर्दशा का राजनीतिकरण है. दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर हावी होने और निम्न स्तर की राजनीति के लिए दोषी हैं. कांग्रेस को पीछे हटना चाहिए और योगी सरकार को बिना देरी किए यूपी के प्रवासी कामगारों के दुख को कम करने पर ध्यान देना चाहिए.