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Saturday, 23 November, 2024
होम50 शब्दों में मतयासीन मलिक को उम्रकैद की सजा ने सरकार की गलत नीतियों का दरवाजा बंद कर दिया जो उसे दंड से मुक्त कर रही थीं

यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा ने सरकार की गलत नीतियों का दरवाजा बंद कर दिया जो उसे दंड से मुक्त कर रही थीं

दिप्रिंट का 50 शब्दों में सबसे तेज़ नज़रिया.

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1994 में रिहाई के बाद हजारों लोगों ने यासीन मलिक पर फूल बरसाए थे. कुछ को टेरर फंडिंग के मामले में उसकी उम्र कैद की सजा पर दुख होगा. बाद की सरकारों ने मलिक को छूट दी थी – 1990 में हत्या का मामला अभी भी अदालत में है – इस उम्मीद में की वो शांति बहाल करने में मददगार होगा. इसके बजाय उसने कश्मीर को आग में झोंक दिया. उन गैर-न्यायिक नीतियों पर आज जेल के दरवाजा बंद हो गए.

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